प्रतापगढ़, । विकास खंड बाबा बेलखरनाथ धाम में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है जहां शिक्षक साढ़े 10 से 11 बजे तक पहुंचते हैं। इससे पहले स्कूल का संचालन रसोइयां करती है। गांव के कुछ जागरूक अभिभावकों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। वीडियो में रसोइयां स्कूल में तैनात शिक्षक, शिक्षिकाओं की पोल खोल रही है।
- सदन के पटल पर रखे गए 8 विधेयक और 10 अध्यादेश
- 2500 रुपये की मामूली राशि से भरपेट भोजन संभव नहीं : हाईकोर्ट
- वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन का दायित्व प्रबंध तंत्र का
- चयन समिति ने 6600 ग्रेड पे पर की थी पदोन्नति की सिफारिश
- अगले शैक्षणिक वर्ष से 20 प्रतिशत सस्ती मिलेंगी कक्षा 9 से 12 की एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकें
विकास खंड बाबा बेलखरनाथ धाम के प्राथमिक विद्यालय पूरे दुर्बन (देवलहा) का एक वीडियो जिले के सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें विद्यालय में तैनात एक रसोइयां ग्रामीणों के सामने वीडियो में बयान देते हुए कह रही है कि विद्यालय के शिक्षक आदि हर रोज साढ़े 10 से 11 बजे तक आते हैं। जबकि विद्यालय में पढ़ाई शुरू करने का समय नौ बजे निर्धारित है। इसके कुछ देर बाद ही सहायक अध्यापक वीडियो में स्कूटी से आते हुए नजर आते हैं। ग्रामीण उन्हें मुख्य गेट पर ही रोकते हैं और देर से विद्यालय पहुंचने का कारण पूछते हैं। पहले तो शिक्षक मोबाइल बंद करने के लिए कहते हैं लेकिन ग्रामीणों की जिद पर वह बता रहे हैं कि उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती इसलिए देर हो जाती है। फिलहाल अभिभावकों की ओर से वायरल वीडियो में रसोइयां की बातों पर यकीन करें तो शिक्षकों का यह मनमाना रवैया हर रोज का है। जिससे विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है। हालांकि बेसिक शिक्षा ख़बर ऐसे किसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।