लंदन, । व्यस्त दिनचर्या में जहां कार और प्लेन की बात होती है वहां साइकिल चलाना पुरानी बात हो गई है। लेकिन 18 साल तक किए गए एक अध्ययन में पता चला है कि साइकिल चलाने से समय से पहले मौत का जोखिम 47 फीसदी तक कम होता है। साथ ही किसी बीमारी से अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम भी 10 फीसदी कम हो जाता है।
ब्रिटेन में किया गया अध्ययन : ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में अध्ययन के निष्कर्ष प्रकाशित किए गए। यह शोध स्कॉटलैंड के 82,297 वयस्कों पर किया गया। शोधकर्ताओं ने दावा किया कि साइकिल चलाने से किसी बीमारी को लेकर मौत का खतरा 47
फीसदी कम होता है।
वहीं कैंसर से 45 फीसदी और दिल की बीमारी से 46 फीसदी तक मौत का खतरा टल जाता है।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुए निष्कर्ष
■ अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम भी कम
■ कैंसर की चपेट में आने का खतरा भी कम
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के तहत प्रतिभागियों के अंदर बीमारियों और मौत के खतरों को भी बारीकी से समझा।
चलना जीवन का नाम
इसमें पैदल चलना या साइकिल चलाना सफर का सबसे सक्रिय तरीका माना जाता था। शोध में ये भी पाया गया कि पैदल चलने से मानसिक समस्याओं का खतरा सात प्रतिशत तक कम होता है। इस शोध के निष्कर्ष में पाया गया कि साइकिल चलाने या शारीरिक मेहनत से शारीरिक और मानसिक सेहत तो दुरुस्त रहती ही है, कम उम्र में मौत का खतरा भी काफी कम रहता है।