Primary ka master news
शामली। मुख्य विकास अधिकारी ने थानाभवन क्षेत्र के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की उपस्थिति कम मिली। वहीं स्कूल परिसर में गंदगी मिली। सफाई और संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
बुधवार को सीडीओ विनय कुमार तिवारी ने प्राथमिक विद्यालय नंबर-1 हरड़ फतेहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय हरड़ फतेहपुर, पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय अंबेहटा याकूबपुर विकास क्षेत्र थानाभवन का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय हरड़ फतेहपुर नंबर-1 में कुल नामांकन 156 के सापेक्ष 131 बच्चे उपस्थित मिले तथा विद्यालय में कार्यरत पांच शिक्षकों के सापेक्ष 3 शिक्षक उपस्थित थे। सहायक अध्यापिका दिव्या गर्ग एवं पारूल बंसल चिकित्सा अवकाश पर थीं।

- स्थलीय निरीक्षण कर SMC की मीटिंग कर अभिभावकों को संवाद स्थापित कर शासकीय आदेशानुसार युग्मन की कार्रवाई के संबंध में जिले का आदेश
- Primary ka master: शुरूआत हो गई✍️ विद्यालयों को युग्मित्त (pairing) करने के सम्बन्ध में आख्या का प्रेषण ।
- Indian railway Announcement : महत्वपूर्ण घोषणा। 📢यात्रियों की बल्ले बल्ले, ₹3000 हजार दीजिए और साल भर हाइवे पर आराम से सफ़र कीजिए, बिना टोल दिए
- परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालयों में शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों के संचालन के संबंध में।
- Salary saving : सैलरी आते ही होती है खत्म ? अपनाएं 40-30-20-10 रूल ?
मुख्य विकास अधिकारी ने विद्यार्थियों से उनके विषय से संबंधित प्रश्न भी पूछे। उच्च प्राथमिक विद्यालय हरड़ में कुल नामांकन 58 के सापेक्ष 41 बच्चे उपस्थित मिले विद्यालय में कार्यरत स्टाफ तीन के सापेक्ष 1 शिक्षिका उपस्थित मिली। प्रधानाध्यापिका अवकाश पर थीं तथा एक सहायक अध्यापक बच्चों के साथ जनपद स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में गई हुई थी। विद्यालय का भौतिक परिवेश साफ नहीं मिला। शिक्षिका ने बताया कि सफाई कर्मचारी विद्यालय में सफाई करने के लिए नहीं आते हैं।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विद्यालय में नियमित सफाई हेतु ग्राम सचिव को निर्देशित किया गया। पीएमश्री विद्यालय अंबेहटा याकूबपुर में नामांकित 231 बच्चों के सापेक्ष 170 बच्चे उपस्थित थे। कुल कार्यरत स्टाफ 7 के सापेक्ष 5 उपस्थित मिले।
विद्यालय में आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित 42 बच्चों के सापेक्ष 14 बच्चे उपस्थित मिले। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विद्यालय व आंगनबाडी केंद्र में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए गए।