प्रयागराज, सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता प्रवीण कुमार गिरि को एशिया के सबसे बड़े इलाहाबाद उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश की है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपर न्यायाधीश की शपथ लेंगे। पीके गिरि के न्यायाधीश बनाए जाने से जजों की कमी से जूझ रहे इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक रिक्ति कम हो जाएगी। 160 न्यायाधीशों वाले इस उच्च न्यायालय में इस समय चीफ जस्टिस सहित 80 न्यायाधीश कार्यरत हैं। पीके गिरि के न्यायाधीश बनने से जनवरी माह के पहले सप्ताह में आधे से कम होने जा रही यह संख्या फिर आधी हो जाएगी क्योंकि छह जनवरी को एक न्यायाधीश रिटायर हो रहे हैं।.
भारतीय सेना में वारंट अफसर रहे आजमगढ़ के अहरौला थाने के विशुनपुरा बुआपुर गांव निवासी कोमल प्रसाद गिरि के घर 20 जनवरी 1975 को जन्मे प्रवीण कुमार गिरि की प्रारंभिक शिक्षा गांव के जनता इंटर कॉलेज में हुई। इसके बाद उन्होंने बीए, एलएलबी और एलएलएम इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। उन्होंने सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया रहे वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद देव गिरि एवं उनके पुत्र शशांक देव गिरि के संरक्षण में हाईकोर्ट में वर्ष 2002 में वकालत शुरू की। वह मुख्य रूप से फौजदारी की वकालत करते रहे। वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने उन्हें अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता बनाया और बाद में अपर महाधिवक्ता नियुक्त किया। यहां प्रयागराज में ट्रांसपोर्टनगर निवासी प्रवीण कुमार गिरि सबसे कम उम्र में अपर महाधिवक्ता बने।