प्रयागराज : हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की वर्ष 2025 की परीक्षा शुचितापूर्ण व निष्पक्ष रूप से कराने के लिए यूपी बोर्ड नित नए प्रयोग कर रहा है। प्रश्नपत्रों की निगरानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) से कराने की तैयारी तथा प्रायोगिक परीक्षा में एप से अंक देने की व्यवस्था के बीच सचिव भगवती सिंह ने उन शिक्षकों के संबंध में विवरण अलग से नोट करने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने ड्यूटी लगवाने या कटवाने के लिए सिफारिश कराई है। इसमें यह भी देखा जा रहा है कि सिफारिश किसकी ओर से की गई है। इस डाटा के आधार पर इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा एवं बोर्ड की लिखित परीक्षा में विशेष निगरानी व्यवस्था
• हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा शुचितापूर्ण ढंग से कराने के लिए नया प्रयोग
• ड्यूटी कटवाने या लगवाने वाले शिक्षकों व विद्यालयों की होगी विशेष निगरानी
बनाने के साथ बोर्ड उनकी ड्यूटी के संबंध में अलग से निर्णय करेगा।
हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की लिखित परीक्षा 24 फरवरी 2025 से 12 मार्च के मध्य 8140 केंद्रों पर संपन्न कराई जाएगी, जबकि इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षा 23 जनवरी 2025 से आठ फरवरी के मध्य दो चरणों में होनी है। प्रायोगिक और लिखित परीक्षा के लिए परीक्षक के रूप में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने के लिए उनके विवरणों
को बोर्ड सचिव ने प्रधानाचार्यों के माध्यम से अपडेट कराया है। इस बीच प्रायोगिक परीक्षा में ड्यूटी लगाने के लिए शिक्षकों की ओर से सिफारिशें आ रही हैं। इस स्थिति को बोर्ड अलग तरीके से देख रहा है। परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए ऐसे शिक्षकों का विवरण इस आशय से नोट कराया जा रहा है कि उन केंद्रों की विशेष रूप से निगरानी व्यवस्था बनाई जा सके, जहां वह शिक्षण कार्य के लिए नियुक्त हैं। इन्हीं स्थितियों को ध्यान में रखकर बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षकों के लिए एक एप तैयार कराया है, जिसके माध्यम से प्रायोगिक परीक्षा केंद्र पर पहुंचने पर ही वह छात्र-छात्राओं को अंक प्रदान कर सकेंगे। केंद्र से 200 मीटर की परिधि के बाहर आने पर वह अंक प्रदान नहीं कर सकेंगे।