यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों की समस्याओं का निदान मनोवैज्ञानियों ने बुधवार को किया। मनोविज्ञानशाला में 24 और यूपी बोर्ड हेल्प डेस्क पर 47 विद्यार्थियों ने सम्पर्क किया।
उत्तर प्रदेश मनोविज्ञानशाला के टोल फ्री नंबर पर फोन कर एक परीक्षार्थी ने कहा कि पढ़ाई में मन ही नहीं लग रहा क्या करें?। मनोविज्ञानशाला के विशेषज्ञों ने फोन पर ही समाधान बताया। सलाह दी कि खानपान में परिवर्तन कीजिए। जब भी पढ़ने बैठें तो एक दिशा में व एक ही जगह। 40 से 45 मिनट पढ़ने के बाद पांच मिनट का ब्रेक जरूर लें। मनोविज्ञानशाला के टोल फ्री नंबर (1800-180-5311) पर सुबह 11 से शाम पांच बजे तक यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के कुल 24 परीक्षार्थियों ने संपर्क किया। वहीं यूपी बोर्ड की हेल्प डेस्क के टोल फ्री नंबर (18001805310 और 18001805312 पर सुबह 11 से शाम चार बजे) पर बुधवार को 47 छात्र-छात्राओं ने विषय संबंधी व अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क किया।
चित्र के साथ लिखें उत्तर, मॉडल पेपर को करें हल : मनोविज्ञानशाला के टोल फ्री नंबर पर एक परीक्षार्थी ने पूछा कि अंग्रेजी के बड़े प्रश्नों के उत्तर याद नहीं हो रहे हैं, कैसे याद करें? उसे बताया गया कि उत्तर को खंडों में बांट कर याद करें और कुछ देर बाद उसे रीकॉल करें। एक परीक्षार्थी का सवाल था कि जीव विज्ञान के प्रश्नों को कैसे हल करें कि परीक्षा में अच्छे अंक मिलें। परीक्षार्थी को बताया गया कि प्रश्नों के उत्तर को चित्र के साथ लिखें और मॉडल पेपर को हल करें। एक अन्य छात्र ने बताया कि विज्ञान और गणित से डर लग रहा है। तैयारी ठीक से नहीं हो पा रही है। उसे बताया गया कि गणित के प्रश्नों को हल करने का अधिक से अधिक अभ्यास करें और समीकरण को याद कर लें।
लक्ष्य के प्रति समर्पितों को मिलती है सफलता
प्रयागराज। ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सिविल लाइंस में बुधवार को परीक्षा पर मंथन हुआ। विद्या भारती पूर्वी उप्र के अध्यक्ष दिब्यकांत शुक्ल ने कहा कि सफलता केवल उन लोगों को मिलती है जो अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहते हैं। बिना किसी डर के कठिन रास्तों पर चलते हैं। शेषधर द्विवेदी ने कहा कि कई बार हम असफल होते हैं लेकिन असफलता से डरने की बजाय हमें इससे सीखना चाहिए। प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर परिहार ने कहा कि सफलता को प्राप्त करने के लिए हमें कई गुणों की आवश्यकता होती है, जैसे समय प्रबंधन, आत्मविश्वास और लगातार मेहनत। इससे परिणाम सकारात्मक होते हैं।