लखनऊ। नियमों में एकरूपता न होने से उच्च शिक्षा विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर भर्तियां अटक गई हैं। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में 562 पदों के लिए विज्ञापन जारी होना था, जोकि अभी तक जारी नहीं हो सका है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने इस संबंध में शासन को पूरी स्थिति से अवगत करा दिया है।
सीएम ने सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत राजकीय डिग्री कॉलेजों और सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कॉलेजों में विभिन्न विषयों के सहायक आचार्यों की भर्ती के लिए प्रस्ताव यूपीपीएससी को भेजा गया था। ये प्रस्ताव शिक्षाशास्त्र, उर्दू, कंप्यूटर साइंस, फारसी, अर्थशास्त्र,
भूगोल, हिंदी, इतिहास, गृह विज्ञान, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, जंतु विज्ञान, संस्कृत, रसायन, सांख्यिकी, वनस्पति विज्ञान, वाणिज्य, अंग्रेजी, संगीत गायन, गणित, समाजशास्त्र और शारीरिक शिक्षा से संबंधित हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, राजकीय डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती की मेरिट लिस्ट में स्क्रीनिंग (लिखित) परीक्षा और साक्षात्कार, दोनों के अंक जुड़ते हैं। वहीं, एडेड डिग्री कॉलेज में लिखित परीक्षा सिर्फ क्वालीफाइंग होती है।