मंझनपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार बड़ा बदलाव हुआ है। परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र के साथ अपार आईडी या कोई एक पहचान पत्र भी दिखाना होगा, तभी उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश मिलेगा।
परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही इस बार प्रवेश द्वार पर कड़ी निगरानी होगी।
जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए 85 कॉलेज केंद्र बनाए गए हैं। इनमें हाईस्कूल के 23 हजार 710 और इंटरमीडिएट के 20 हजार 940 परीक्षार्थी शामिल होगें।
बोर्ड परीक्षा से ठीक पहले एक से आठ फरवरी तक प्रयोगात्मक परीक्षा होगी। 24 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं। हालांकि, अभी तक प्रवेश पत्र जारी नहीं हुआ है। प्रयोगात्मक परीक्षा के तुरंत बाद प्रवेश पत्र जारी होने की उम्मीद है।
यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार प्रवेश पत्र स्कूलों के साथ-साथ विभाग की वेबसाइट पर भी जारी होगा, जहां से परीक्षार्थी डाउनलोड कर सकेंगे।
यह सुविधा सिर्फ संस्थागत परीक्षार्थियों के लिए ही है। प्राइवेट परीक्षार्थियों को यह सुविधा नहीं मिल सकेगी, उन्हें प्रवेश पत्र उसी स्कूल से मिलेगा जहां से उन्होंने बोर्ड परीक्षा फॉर्म भरा होगा। वहीं, इस बार सिर्फ प्रवेश पत्र दिखाकर अभ्यर्थी कक्ष में नहीं दाखिल हो सकेंगे।
प्रवेश पत्र के साथ उन्हें अपार आईडी भी दिखानी होगी। यदि बोर्ड परीक्षा के अभ्यर्थियों ने आवेदन नहीं किया है तो तत्काल इसके लिए आवेदन कर दें, जिससे यह परीक्षा से पहले प्राप्त हो सके। अपार आईडी नहीं होने की दशा में आधार कार्ड अथवा पैन कार्ड का विकल्प होगा।
डीआईओएस एसएन यादव ने बताया कि इस बार परीक्षा में बोर्ड की तरफ से कई बदलाव किए हैं, जिसकी जानकारी विद्यार्थियों को विद्यालयों के माध्यम से दी जा रही है।