मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कार्यरत पीआरडी के 35 हजार से अधिक जवानों का मानदेय रविवार को बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष से पीआरडी जवानों को प्रतिदिन 500 रुपये भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने ही वर्ष 2019 में पीआरडी जवानों का भत्ता 250 रुपये से बढ़ाकर 375 रुपये किया था। वर्ष 2022 में इसे बढ़ाकर 395 रुपये किया गया और अब इसे 500 रुपये प्रतिदिन किया जाएगा।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लोकभवन के सभागार में स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस पर कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत माता के ऐसे सपूत थे, जिन्होंने भारत की प्राचीन आध्यात्मिक संस्कृति को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था। उन्होंने 1893 में शिकागो समिट के जरिये दुनिया को भारत के महत्व, यहां की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में बताया था।
स्वामी विवेकानंद अक्सर कहा करते थे कि जितनी बड़ी चुनौती हो, जीत उतनी ही शानदार होती है। यह युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनकी इसी प्रेरणा को आत्मसात करके युवा आगे बढ़ रहे हैं।
युवाओं को नशे के खिलाफ लड़ना चाहिये: मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय महोत्सव में प्रदेश के 63 नौजवानों ने भाग लिया था। इनमें से तीन ने स्वर्ण पदक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया। प्रदेश के युवाओं के सामने कभी पहचान का संकट था, लेकिन आज यहां का युवा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में राज्य स्तरीय स्वामी विवेकानंद यूथ अवार्ड के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किया। मुख्यमंत्री ने प्रांतीय रक्षक दल के मृतक जवानों के चयनित आश्रितों को चयन पत्र भी सौंपा।
साथ ही एआई आधारित एकीकृत पोर्टल युवा साथी का शुभारंभ किया, जिसका उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से एकीकृत कर युवाओं को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए किया जाएगा। युवा पीढ़ी को आगाह करते हुए कहा उन्होंने कहा कि जो युवा अपनी जवानी में नशे की चपेट में आ जाए, उसका कोई भविष्य नहीं हो सकता है। नशा नाश का कारण बनता है। युवाओं को नशे के खिलाफ लड़ना होगा। इसके लिए युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को भी आगे आना होगा।
लोक गाथा और लोक परंपरा राष्ट्र की संजीवनी
योगी ने कहा कि लोक गाथा, लोक परम्परा राष्ट्र की संजीवनी होती है। संस्कृति के अभाव में कोई राष्ट्र लम्बे समय तक अपनी जीवन गाथा को आगे नहीं बढ़ा सकता। लोक परम्परा, गाथाओं, गायन, लोक कलाकारों को इस प्रकार के कार्यक्रम और महोत्सव के माध्यम से मंच प्राप्त होता है। महोत्सव का उद्देश्य स्थानीय नौजवानों, कलाकारों, कलाकृतियों पर योगदान देने वालों को प्रोत्साहित करना है।
पांच विभूतियों को गोरखपुर रत्न से सम्मानित किया
गोरखपुर महोत्सव के मंच से मुख्यमंत्री ने पांच विभूतियों को गोरखपुर रत्न से सम्मानित किया। इनमें वरिष्ठ रंगकर्मी केसी सेन, प्रगतिशील किसान और शहद उत्पादक राजू सिंह, अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी शगुन कुमारी, वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. बीबी त्रिपाठी और विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. साहिल महफूज शामिल हैं।
सौंपा प्रमाण पत्र और चेक
सीएम ने पीआरडी के मृतक जवान के आश्रित बस्ती के मो. अमीर, बस्ती की कमला देवी, कानपुर के माधव अवस्थी, अमरोहा के भपेंद्र,फतेहपुर के चंद्रशेखर को चयन पत्र सौंपा। विवेकानंद युवा अवार्ड के तहत झांसी के अर्शप्रीत सिंह, बागपत के अमल, गोरखपुर की अर्पिता सिंह, चंदौली के अजीत कुमार सोनी, प्रतापगढ़ के सुंदरम तिवारी, बरेली के सत्यदेव आर्य, गाजीपुर के सिद्धार्थ राय, उन्नाव के अक्षय शुक्ला, बुलंदशहर के आर्यन गौड़ को सम्मानित किया।
ये भी हुए सम्मानित
युवक मंगल दल अंबेडकर नगर के प्रवीण कुमार गुप्ता और अंकित गुप्ता, सिद्धार्थनगर के अभिषेक कुमार यादव और अरविदं कुमार यादव, वाराणसी के प्रिंस चौबे और अनिल विश्वकर्मा के साथ महिला मंगल दल जालौन की प्रवीणा, रामपुर की स्वाति, लखनऊ की अशिंका यादव और स्वाति यादव आदि को प्रमाण पत्र और चेक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में खेल व युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, महापौर सुषमा खर्कवाल आदि की उपस्थिति रहीं।