लखनऊ। बेसिक के साथ-साथ अब माध्यमिक विद्यालयों की गुणवत्ता का भी स्वमूल्यांकन किया जाएगा। इसके तहत विद्यालयों की सभी आवश्यक जरूरतों के साथ पठन-पाठन से जुड़ी चीजों का भी मूल्यांकन कर उसमें आवश्यक सुधार किया जाएगा। इसे लेकर विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने कहा है कि इसका उद्देश्य स्कूलों की गुणवत्ता का मूल्यांकन व आकलन करना है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने सभी डीआईओएस से इससे जुड़ी जानकारी 20 जनवरी तक उपलब्ध कराने को कहा है। ब्यूरो
23