शामली। शिक्षा अधिकारी की जांच में पीएमश्री कंपोजिट विद्यालय बल्ला माजरा में तैनात प्रधानाध्यापक बाबू हसन पर मिड-डे मील में पांच लाख रुपये का घोटाला सिद्ध पाया गया। जांच पूरी होने के बाद प्रधानाध्यापक को निलंबित कर बीआरसी ऊन से संबद्ध कर दिया गया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक से घोटाले की रकम की रिकवरी के लिए नोटिस दिया है।
ऊन ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय में तैनात पूर्व प्रधानाध्यापक बाबू हसन पर विद्यालय के शिक्षक सुनील सागर ने कुछ समय पहले मिड-डे मील व एसएमसी के खातों में लाखाें रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था। जिलाधिकारी ने 22 नवंबर को जांच समिति गठित करते हुए जांच के निर्देश दिए थे। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी ऊन विकास कुमार तथा एमडीएम जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार को जांच सौंपी थी। जांच में विद्यालय की एमडीएम पंजिका में अंकित लाभांवित बच्चों की संख्या के आधार पर कन्वर्जन कॉस्ट की धनराशि की गणना की गई।
प्रधानाध्यापक को वर्ष 2021 से 2024 तक तीनों वित्तीय वर्षों में कन्वर्जन कॉस्ट एवं फल वितरण को मिलाकर वास्तविक रूप से 1478655 रुपये का व्यय किया जाना था, जबकि बैंक से प्राप्त एमडीएम खाते की स्टेटमेंट के अनुसार विद्यालय के प्रधानाध्यापक बाबू हसन ने 1989386 रुपये निकाले है। जो कि वास्तविक व्यय से 510731 रुपये अधिक है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी विकास कुमार व डीसी जितेंद्र कुमार ने रिपोर्ट बीएसए को भेजी। जिस पर बीएसए लता राठौर ने बुधवार को बाबू हसन को निलंबित करते हुए ऊन बीआरसी से संबद्ध कर रकम की वसूली के लिए नोटिस जारी किया है। इस प्रकरण में समिति एक बार फिर से जांच करेगी।
पूर्व में सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक के बीच हुई थी मारपीट
विद्यालय में तैनात रहे पूर्व प्रधानाध्यापक बाबू हसन ने पिछले वर्ष शिक्षक सुनील सागर के साथ मारपीट की थी। जिसके बाद शिक्षक ने चौसाना चौकी पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद विभाग ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर थानाभवन बीआरसी पर संबद्ध कर दिया था। बाद में विभाग ने बाबू हसन को बहाल कर दथेड़ा विद्यालय में तैनात कर दिया था। उसके बाद शिक्षक सुनील सागर ने पिछले तीन वर्षों में एमडीएम में 12 लाख रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी।
विद्यालय के शिक्षक ने प्रधानाध्यापक पर लगभग 12 लाख रुपये का मिड-डे मील में घोटाले की शिकायत की थी। जिसकी जांच चल रही थी। बुधवार को जांच समिति ने रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें प्रधानाध्यापक पर आरोप सहीं मिला। जांच में पांच लाख रुपये का घोटाला सामने आया है। प्रधानाध्यापक को निलंबित करते हुए रिकवरी के लिए नोटिस दे दिया है।
-लता राठौर, बीएसए