गोंडा। इस बार राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए जिले स्तर पर शिक्षकों के चयन में अहम बदलाव किया गया है। जनपदीय कमेटी राज्य पुरस्कार के लिए जिले से तीन शिक्षकों का चयन करेगी। जबकि दो शिक्षकों को प्रतीक्षारत रखा जाएगा। राज्य स्तरीय चयन समिति अगर पहले भेजे गए तीन शिक्षकों की योग्यता उपयुक्त नहीं पाती तो प्रतीक्षारत सूची में रखे गए गए शिक्षक राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए प्रतिभाग कर पाएंगे।
राज्य अध्यापक पुरस्कार-2024 के लिए गत एक जनवरी से आवेदन शुरू हो गया। 15 फरवरी तक आवेदन किया जाएगा। वहीं, इच्छुक शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के प्रेरणा एप के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन के बाद योग्य शिक्षकों का चयन किया जाएगा। इसको लेकर डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी गठित की गई है। आवेदन के बाद कमेटी पुरस्कार के लिए योग्य तीन अध्यापकों को राज्य स्तरीय चयन कमेटी को चयन के लिए भेज सकेगी। वहीं, दो शिक्षकों को प्रतीरक्षारत रखा जाएगा। जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) हरिगोविंद यादव ने बताया कि अभी तक दो शिक्षकों का चयन कर राज्य स्तरीय कमेटी के लिए भेजा जाता था। मगर इस बार बदलाव करते हुए तीन शिक्षकों को मौका दिया जाएगा। इसके साथ ही किन्हीं कारणों से राज्य स्तर पर तीन शिक्षकों की अर्हता निरस्त होने की स्थिति में प्रतीक्षारत दो शिक्षकों को भी मौका दिया जा सकता है। जिलेभर के प्राथमिक, जूनियर और कंपोजिट विद्यालयों के शिक्षकों से आवेदन लिए जा रहे हैं।
पुरस्कार के लिए ये शिक्षक कर करेंगे आवेदन
राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए नियमित तौर पर कार्यरत 15 साल की सेवा पूरा करने वाले शिक्षकों को आवेदन का मौका दिया गया है। इसके साथ ही आगामी 31 मार्च 2025 तक पांच वर्ष से अधिक सेवा होनी चाहिए। वहीं, प्राथमिक विद्यालयों में 150, उच्च प्राथमिक विद्यालय में 105 और कंपोजिट विद्यालय में 255 से अधिक छात्र-छात्राओं का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। शिक्षकों का पिछले 15 सालों के प्रदर्शन के आधार पर चयन किया जाएगा।
हर जिले से एक-एक शिक्षक को मिलेगा तमगा
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों से उत्कृष्ठ प्रदर्शन वाले एक-एक शिक्षक को राज्य अध्यापक पुरस्कार-2024 से नवाजा जाएगा। इसके लिए जिला स्तर, राज्य स्तर पर चयन के बाद शासन स्तर से अनुमति के बाद मुख्यमंत्री के हाथों शिक्षक को सम्मानित किया जाएगा। ऐसे में शिक्षकों के चयन को लेकर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि जिले में बड़े पैमाने पर योग्य शिक्षक आवेदन करेंगे।