अमेठी सिटी। जिले के परिषदीय
विद्यालयों में तीन साल के लिए विकास योजना तैयार की जाएगी, जिसमें विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए बिंदु शामिल किए जाएंगे, जिसे विद्यालय विकास योजना नाम दिया गया है। इसी के आधार पर स्कूल का संचालन किया जाएगा।
जिले में कुल 1583 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, जहां कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई हो रही है। सभी जगहों पर विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से विद्यालय प्रबंधन के साथ ही शैक्षिक गतिविधियों को बेहतर करने का भी दायित्व है। ऐसे में विद्यालयों में दिखने वाली कई कमियां प्रबंधन की निगाह में रहती हैं। इसी को दूर करने के लिए एक प्रारूप बनाया जाएगा। जिसमें विद्यालय को बेहतर करने वाले सभी बिंदुओं को
जिले के सभी 1583 विद्यालयों में तीन साल का बनेगा प्रारूप
शामिल किया जाएगा। ऐसे में जिले के कुल 1.47 लाख बच्चों को पढ़ाई में आसानी होगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय तिवारी ने बताया कि विद्यालय विकास योजना समय-समय पर तैयार की जाती है, जो कि एक मार्गदर्शिका के रूप में प्रयोग होती है। इससे विद्यालय में पढ़ाई- लिखाई का स्तर बेहतर करने के सुझाव शामिल होते हैं। विद्यालय विकास योजना को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करना है, जहां से इसका एप्रूवल होगा।
वहीं विद्यालय विकास योजना तैयार करने के लिए एक रुपये प्रति पेज मुद्रण का खर्च भी विद्यालय प्रबंधन समिति को दिया जाएगा। जिसमें कुल 22 रुपये का खर्च प्रबंध समिति के खाते में भेजा जाएगा।