अमरोहा। हसनपुर ब्लाॅक के एक परिषदीय स्कूल की शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक पर मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए डीएम से शिकायत की थी। जिस पर डीएम ने बीएसए को जांच करने के निर्देश दिए थे।
बीएसए ने दो सदस्यीय टीम बनाकर जांच रिपोर्ट देने को कहा था। अब शिक्षिका ने जांच टीम पर ही सवाल खड़े करते हुए सार्वजनिक रूप से जांच करने का आरोप लगाते हुए उसकी निजता का हनन होने की शिकायत डीएम से की है। डीएम ने मामले में सीडीओ को जांच के निर्देश दिए हैं।
हसनपुर क्षेत्र के एक स्कूल की शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक पर गंभीर आरोप लगाते हुए डीएम निधि गुप्ता वत्स से शिकायत की थी। शिक्षिका कहना था कि विद्यालय में अक्सर बाहरी लोगों का आना जाना रहता है। वह जबरन बाहरी लोगों से उनका परिचय कराते हैं। इतना ही नहीं विद्यालय समय में वीडियो कॉल के माध्यम से अनजान लोगों को दिखाते भी हैं। प्रधानाध्यापक द्वारा उनके साथ बदतमीजी भी की जाती है।
शिक्षिका का आरोप है कि प्रधानाध्यापक उन्हें अकेले में मिलने के लिए दबाव भी बनाते हैं। विरोध करने प्रधानाध्यापक एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी भी देते हैं। शिकायत पर डीएम ने बीएसए को जांच के निर्देश दिए थे। जिस पर बीएसए ने दो सदस्यीय जांच टीम बनाई थी। अब शिक्षिका ने डीएम से शिकायत करते हुए जांच टीम पर ही सवाल खड़े कर दिए।
कहा कि सार्वजनिक तौर पर मामले की जांच की गई। जिससे उनकी निजता का हनन हुआ है। वहीं प्रधानाध्यापक परोक्ष रूप से शिकायत को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। वहीं जांच के बाद प्रधानाध्यापक पर कोई कार्रवाई भी नहीं की गई। शिक्षिका का कहना है कि अब उस विद्यालय में असहज महसूस कर रही हैं। उन्होंने अपना संबद्धीकरण दूसरे स्कूल में कराए जाने की मांग की है। वहीं, डीएम ने मामले की जांच सीडीओ अश्वनी कुमार मिश्रा को सौंप दी है। सीडीओ ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को आंतरिक जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।