लखनऊ। विभूतिखंड के विक्रांतखंड में रविवार रात मूलरूप से छत्तीसगढ़ में रायपुर कोरबा के रहने वाले शिक्षक यशराज मिश्रा (28) किराये के मकान में मरणासन्न मिले। परिचित व पुलिस ने उन्हें लोहिया अस्पताल पहुंचाया, वहां उनकी मौत हो गई। हृदय और विसरा सुरक्षित रखा गया है।
मृतक के पिता राजेश के मुताबिक बेटा यशराज विक्रांतखंड में दो महीने से रह रहा था। वह कोचिंग सेंटर में पढ़ाता था। वहीं बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर भी था। शनिवार को बेटे से फोन पर बात हुई थी। उस दौरान वह ठीक था। रविवार शाम छह बजे जब बेटे को कॉल की तो फोन नहीं उठा।
रात नौ बजे, 11 बजे व 12 बजे भी जब बेटे ने कॉल नहीं रिसीव की तो लखनऊ में रह रहे परिचित को बेटे का हालचाल लेने को कहादेर रात जब परिचित यशराज के कमरे पर पहुंचे, तो गेट बाहर से भिड़ा हुआ था। अंदर पहुंचने पर देखा कि यशराज फर्श पर मरणासन्न पड़े हुए थे। पुलिस को घटना की सूचना दी। अस्पताल पहुंचने डॉक्टर ने यशराज को मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह के मुताबिक अभी तक परिजनों न कोई तहरीर नहीं दी है। शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। राजेश कुमार छत्तीसगढ़ में हीं दवा कंपनी में जोनल सेल्स मैनेजर के पद से रिटायर्ड हैं