यदि आप अपने बचत खाते में बैंक द्वारा निर्धारित न्यूनतम शेष राशि (मिनिमम बैलेंस) नहीं रखते हैं, तो बैंक आप पर “नॉन-मेंटेनेंस पेनाल्टी” (अनुरक्षण शुल्क) लगा सकता है। इस जुर्माने से बचने के लिए अपने खाते में निर्धारित न्यूनतम राशि जरूर बनाए रखें। आइए जानते हैं कि देश के प्रमुख बैंकों में यह सीमा कितनी है और शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के आधार पर इसमें क्या अंतर होता है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
महानगर/मेट्रो शहर: ₹3,000
अर्ध-शहरी या छोटे शहर: ₹2,000
ग्रामीण क्षेत्र: ₹1,000
SBI में यदि न्यूनतम शेष राशि नहीं रखी जाती है, तो महानगरों में ₹15 से ₹30 और ग्रामीण इलाकों में ₹10 से ₹20 तक का मासिक शुल्क लग सकता है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
महानगर/मेट्रो शहर: ₹2,000
ग्रामीण क्षेत्र: ₹1,000
PNB में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर ₹100 से ₹500 तक का जुर्माना लागू हो सकता है।
HDFC बैंक
महानगर/मेट्रो शहर: ₹10,000
अर्ध-शहरी या छोटे शहर: ₹5,000
ग्रामीण क्षेत्र: ₹2,500
HDFC बैंक में नियमों का पालन न करने पर ₹600 तक का मासिक शुल्क लिया जा सकता है।
ICICI बैंक
महानगर/मेट्रो शहर: ₹10,000
अर्ध-शहरी क्षेत्र: ₹5,000
छोटे शहर: ₹2,500
ग्रामीण क्षेत्र: ₹1,000
ICICI बैंक में न्यूनतम बैलेंस न रखने की स्थिति में ₹100 से ₹750 तक का पेनाल्टी शुल्क लागू होता है।
ध्यान रखें
अधिकांश बैंकों में बेसिक सेविंग अकाउंट (जैसे जन धन खाता) पर न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता नहीं होती।
शुल्क की राशि बैंक के नियमों और खाते में कमी के स्तर पर निर्भर करती है।
नियमित रूप से खाते की शेष राशि जांचते रहें और बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेटेड नियमों को पढ़ें।
इस तरह, न्यूनतम शेष राशि का ध्यान रखकर आप अनावश्यक जुर्माने से बच सकते हैं और अपने बचत खाते को सुचारू रूप से चला सकते हैं।