परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य करने वाले एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) का चयन 15 मार्च तक पूरा किया जाएगा।
प्रत्येक ब्लॉक में पांच एआरपी का चयन किया जाएगा। कुल 4,425 एआरपी चयनित किए जाएंगे। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपना कर निर्धारित समय सीमा में यह कार्य पूरा किया जाए।
एआरपी का कार्यकाल तीन साल का होगा
अभी तक एआरपी का कार्यकाल निर्धारित नहीं था। अब उनका कार्यकाल अधिकतम तीन वर्ष होगा और हर साल प्रदर्शन का मूल्यांकन होगा। अभी जो एआरपी कार्यरत हैं, उनका कार्यकाल 31 मार्च को खत्म हो जाएगा। ऐसे में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर इन्हें चयनित किए जाने के आदेश दिए गए हैं।
जिलों से चयन प्रक्रिया के लिए मांगी गई जानकारी
जिलों से चयन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी मांगी गई है। ऐसे शिक्षक जो तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें इस पद के लिए दोबारा चयनित नहीं किया जाएगा। प्रत्येक एआरपी को 10 विद्यालयों को निपुण बनाने के लक्ष्य को पूरा करना होगा।
इसके अलावा हर महीने 30 विद्यालयों का भ्रमण कर शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए मदद भी करनी होगी। एआरपी पद पर कार्यरत शिक्षकों को शैक्षिक भ्रमण के लिए हर महीने 2,500 रुपये अलग से भत्ता दिया जाता है।