केंद्र सरकार के आम बजट में टैक्स स्लैब में बदलाव को लेकर बड़ा बदलाव किए जाने से जहां नौकरी पेशा लोगों के चेहरे पर राहत है,वहीं दूसरी ओर उनमें पुरानी पेंशन की घोषणा न होने से निराशा है। कर्मचारी शिक्षक कहते हैं कि टैक्स में बदलाव के साथ पुरानी पेंशन की बहाली की घोषणा हो जाती तो कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले हो जाती। उनका कहना है कि टैक्स स्लैब में बदलाव से नौकरी पेशा लोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
बोले कर्मचारी शिक्षक-
– मध्यम वर्ग और वेतन भोगियों के लिए यह बजट काफी अच्छा है, पहली बार मध्यम वर्ग को केंद्र मानकर बजट प्रस्तुत किया गया है जो तारीफ योग्य हैं। प्राइमरी स्कूलों में इंटरनेट उपलब्ध कराए जाने की घोषणा सराहनीय हैं। – कैलाश बाबू पटेल, जिलाध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षक संघ
– बजट में वेतनभोगियों के लिए आयकर स्लैब में बढ़ोतरी सराहनीय कार्य हैं, महंगाई के दौर में मध्यम वर्ग ऐसे बजट की ही इच्छा कर रहा था जो सरकार ने पूरी कर दी हैं। पुरानी पेंशन बहाल कर देते तो यह निसंदेह सबसे अच्छा बजट होता। -आनंद प्रकाश गुप्ता, जिला मंत्री, प्राथमिक शिक्षक संघ
– जो संघीय बजट पेश किया गया है वह बहुत ही सराहनीय है। इसमें कर स्लैब में मध्यमवर्गीय कर्मचारियों को बहुत राहत मिलेगी। -ओमप्रकाश सैनी, जिला मंत्री, राजकीय शिक्षक संघ
– इस सत्र का जो बजट आया है हमारी आशा के अनुरूप ही आया है। देखने में कुछ राहत देने वाला लग रहा है। पिछले कुछ वर्षों से बजट से कर्मचारी वर्ग को कोई खास राहत देने वाला बजट नहीं आ रहा था लेकिन इस बार यह टैक्स स्लैब में टैक्स की छूट सीमा से कुछ हद तक राहत जरूर मिलेगी। इनकम टैक्स स्लैब में जो परिवर्तन किया गया है जो कर्मचारी वर्ग को लुभाने वाला लग रहा है। यह बजट कर्मचारी वर्ग को आशा के अनुरूप एक सकारात्मक बजट है। -मो. सईद सागर, शिक्षक
– टैक्स स्लैब में बदलाव एक अच्छा कदम है। इससे नौकरी पेशा लोगों को राहत मिलेगी। यदि पुरानी पेंशन की व्यवस्था लागू हो जाती तो राहत मिल जाती। – नाजिया रहमत, शिक्षिका
– बजट मध्यम वर्ग के लोगों के लिए बेहतर है। सरकार ने इस बजट में नौकरी पेशा व कर्मचारियों का ध्यान रखा है। इससे राहत मिलेगी। – फरहा, शिक्षिका