लखनऊः विधानमंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होगा। वर्ष 2025 का प्रथम सत्र होने के कारण इसकी शुरुआत विधान परिषद और विधानसभा सदस्यों की संयुक्त बैठक के समक्ष राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी। 19 फरवरी को विधानमंडल के दोनों सदनों में योगी सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करेगी। विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर केंद्रित इस बजट का अनुमानित आकार करीब आठ लाख करोड़ रुपये होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बुधवार शाम हुई कैबिनेट की बैठक में विधानमंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। मुख्यमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 12 प्रस्तावों को मंजूरी मिली। सूत्रों के अनुसार पहले सरकार संसद की तर्ज पर दो चरणों में सत्र चलाने की तैयारी में थी किंतु अब एक बार में ही सत्र चलाने की बात है।
सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष 2024-25 का मूल बजट 7.36,437.71 करोड़ रुपये का पेश किया था। इसके बाद दो अनुपूरक बजट आ चुके हैं। जुलाई में पहला अनुपूरक बजट 12,209.93 करोड़ रुपये का आया था जबकि दूसरा अनुपूरक बजट दिसंबर में 17,865.72 करोड़ रुपये का था। दोनों अनुपूरक बजट मिलाकर चालू वित्तीय वर्ष का बजट 7,66,513 करोड़ रुपये हो गया है। सरकार का विशेष ध्यान सड़कों के जाल और एक्सप्रेसवे की परियोजनाओं के साथ ही बुनियादी ढांचा मजबूत करने पर रहेगा। बिजली वितरण में सुधार के लिए बड़ी रकम आवंटित होने का अनुमान