लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी। इससे अभ्यर्थी निराश हैं। अब इस प्रकरण की सुनवाई मार्च के पहले सप्ताह में होगी। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा की इस प्रकरण के निस्तारण के लिए सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। इससे सुप्रीम कोर्ट से लंबी तिथि मिल रही है। हम आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी पिछले लगभग चार वर्ष से लगातार संघर्ष कर रहे हैं। इसके बाद भी सरकार में हमारी बात नहीं सुनी जा रही। इससे सभी अभ्यर्थी आहत हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए निवेदन करे, नहीं तो हम लोग बजट सत्र के दौरान पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों के साथ विधानभवन का घेराव करेंगे। आरक्षण की विसंगति से अभ्यर्थी दर-दर की ठोकर खा रहे हैं।
- डीएलएड. द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा अब मार्च माह के तीसरे सप्ताह में संपन्न होगी💥💯✅
- निरीक्षण में नौ हेडमास्टर सहित 71 अनुपस्थित मिले
- 30 सहायक अध्यापक मिले अनुपस्थित दो शिक्षामित्रों की सेवा समाप्त की गई
- आरटीई से 1800 बच्चों को प्रवेश
- एक करोड़ रुपये तक की प्रापर्टी पर महिलाओं को मिलेगी स्टांप छूट