जापानी प्रतिनिधिमंडल ने उच्च शिक्षा मंत्री व राज्यमंत्री से की वार्ता
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जापान के यामानाशी प्रांत से आए जापानी प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार को चर्चा की।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी के साथ हुई वार्ता में जापान द्वारा उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थान खोलने, छात्रों के एक्सचेंज, छात्रवृत्ति योजना पर विस्तार से चर्चा हुई।
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बैठक में यामानाशी प्रांत और यूपी के बीच प्रमुख रूप से शैक्षिक संबंधों में सहयोग, अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और प्रदेश में विश्व स्तरीय संस्थानों की स्थापना के अवसरों पर चर्चा हुई। उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने
बताया कि उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति-2024 के तहत प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय स्थापना पर प्रोत्साहन और अनुदान दिया जाता है। हम यामानाशी प्रांत के साथ स्टूडेंट एक्सचेंज कार्यक्रमों और शैक्षणिक सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश, उच्च शिक्षा सुविधाओं और विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए कई प्रोत्साहनों के साथ एक अनुकूल वातावरण देगा। उन्होंने वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के साथ हाल ही में हुई साझेदारी का उल्लेख किया। इसमें नोएडा में एक
परिसर स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यामानाशी प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रदेश के छात्रों को जापान द्वारा
बीमा कवरेज देने पर भी चर्चा हुई। जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यामानाशी प्रांत के उप राज्यपाल कोऊ ओसाडा ने किया।
उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक, एक जापानी प्रतिनिधिमंडल, जिसमें कई बड़ी कंपनियों के सीईओ और उच्च अधिकारी, प्रौद्योगिकी पर्यटन, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के अतिरिक्त अवसरों की तलाश के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश का दौरा करेगा। बैठक में यामानाशी प्रांत के अंतर्राष्ट्रीय रणनीति प्रभाग के निदेशक
कोइची फुरुया और यामानाशी प्रांत के सलाहकार नीरेंद्र उपाध्याय थे।