प्रयागराज, यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षाओं में कई परीक्षकों को ऐप के माध्यम से पोर्टल पर ऑनलाइन अंक अपलोड करते समय विद्यालय व परीक्षक की जियो लोकेशन अलग-अलग प्रदर्शित होने के कारण समस्या आ रही है। परीक्षकों ने प्रैक्टिकल के दौरान आ रही समस्याओं की जानकारी बोर्ड को दी है जिस पर बोर्ड ने बिन्दुवार समाधान भेजा है।
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जियो लोकेशन के संबंध में बोर्ड ने साफ किया है कि अंक अपलोड करने की प्रक्रिया को दोहराते हुए सही जियो लोकेशन पर ही अंक अपलोड करें। यदि इसके बावजूद भी समस्या बनी रहती है तो बोर्ड के टोल फ्री नंबर से सहायता प्राप्त की जा सकती है। एक दिन में न्यूनतम और अधिकतम परीक्षार्थियों के प्रैक्टिकल के संबंध में बोर्ड ने सुझाव दिया है कि विषय की प्रकृति एवं उपलब्ध संसाधनों के मद्देनजर न्यूनतम 60 और अधिकतम 80 परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा कराई जा सकती है।
यदि परीक्षक को एक से अधिक विद्यालय आवंटित हैं तो प्रत्येक विद्यालय के परीक्षार्थियों के अंकों को उस विद्यालय की परीक्षा के अंतिम दिन अपलोड करें। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक अनिवार्य रूप से पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे और साथ ही भरी हुई अवार्ड शीट भी भरते हुए संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में भेजना अनिवार्य है। अपरिहार्य परिस्थितियों में जिला विद्यालय निरीक्षक की संस्तुति पर ही प्रयोगात्मक परीक्षा का केंद्र बदला जा सकता है। इसके लिए संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव को सूचित करते हुए विद्यालय के पंजीकृत परीक्षार्थियों व परीक्षक की जियो मैपिंग नवीन केंद्रों पर कराई जाएगी। परीक्षक की यूजर आईडी और पासवर्ड का प्रयोग कर कोई अन्य व्यक्ति प्रक्रिया में छेड़छाड़ नहीं कर सकता क्योंकि परीक्षक के मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी के प्रयोग के बिना लॉगिन संभव नहीं है।