लखनऊः परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में दिव्यांग छात्रों को बेहतर ढंग से शिक्षा देने, उनकी आवश्यकताओं को आसानी से समझने और सामान्य विद्यार्थियों के साथ बैठाकर उन्हें किस तरह समावेशी शिक्षा देनी है, इसका पाठ प्रधानाध्यापकों को पढ़ाया जा रहा है। कुल 1.33 लाख स्कूलों में पढ़ रहे तीन लाख दिव्यांग छात्रों को अन्य विद्यार्थियों की तरह ही समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अब तक 66 हजार प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित किया
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जा चुका है।
मास्टर ट्रेनर के रूप में सभी प्रधानाध्यापकों को यह प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। वह अपने विद्यालयों में शिक्षकों को दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने और उनकी आवश्यकताओं को समझने के लिए ट्रेनिंग देंगे। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के निर्देश पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है। दिव्यांग छात्रों की देखभाल, योजनाओं का लाभकी जानकारी, शिक्षण तकनीकों का प्रयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों का उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है।