वाराणसी। हरहुआ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पुआरीखुर्द में मंगलवार की दोपहर निरीक्षण करने पहुंचे बेसिक शिक्षा अधिकारी अवाक रह गए। स्कूल के पीछे बने एक कमरे को अध्यापकों ने बेडरूम बना रखा था। इसमें तीन अध्यापक सोये थे। बीएसए ने तत्काल प्रभाव से तीनों को निलंबित कर दिया।
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निलंबित करने के साथ ही प्रधानाध्यापक के खिलाफ भी कार्रवाई की संस्तुति की है।
हरहुआ ब्लॉक के इस स्कूल में बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने मंगलवार की दोपहर दो बजे छापा मारा। बीएसए ने बताया कि स्कूल के पिछले हिस्से की एक कक्षा को साफ-सफाई और पोताई कर सजाया गया था। इसमें जमीन पर एक कालीन और गद्दे-तकिया रखकर डबल बेड बनाया गया था। बगल में एक चारपाई पर इसी तरह सिंगल बेड तैयार किया गया था। जांच के दौरान बीएसए इस कमरे में पहुंचे तो यहां तीन अध्यापक संतोष कुमार मिश्र, संजय कुमार और गिरीश प्रसाद सोते हुए पाए गए। बीएसए को देखते ही तीनों कमरे से भाग निकले। बीएसए ने बताया कि स्कूल में सोने का कृत्य दंडनीय है, लिहाजा तीनों अध्यापकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा विद्यालय के एक कमरे में कक्षा दो और चार की पुस्तकों की लगभग 100 प्रतियां पड़ी हुई थीं। बच्चों में नि:शुल्क वितरण को आई इन पुस्तकों को बांटा नहीं गया।
बीएसए ने स्कूल में साफ-सफाई सहित अन्य गड़बड़ियां भी पाईं।
बीएसए ने बताया कि स्कूल में कुल पंजीकृत 313 बच्चों में मात्र 156 उपस्थित थे। जबकि 13 अध्यापकों के स्टाफ में छह अध्यापक अनुपस्थित थे। सात उपस्थितों में तीन सोये रहे। छह गैरहाजिर अध्यापकों में दो महिलाएं सीसीएल और मेडिकल अवकाश पर थीं तो तीन हस्ताक्षर कर स्कूल से लापता थे। इन गड़बड़ियों पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ भी जांच के लिए तीन खंड शिक्षाधिकारियों की कमेटी बनाई गई है। बीएसए ने बताया कि इसके अलावा शासन के निर्देश पर 22 जनवरी से 22 फरवरी तक विद्यालयों की जांच की गई जिसमें 129 अध्यापक और शिक्षामित्रों के गैरहाजिर मिलने पर उनका उस दिन का वेतन रोक दिया गया है।