अमरोहा। अपार आईडी यानी आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री बनाने में स्कूल लापरवाही बरत रहे हैं। जिसके चलते जिले में केवल 49 फीसदी बच्चों की आईडी ही जनरेट हो सकी है। 95 स्कूल ऐसे हैं, जहां पचास फीसदी बच्चों की आईडी भी नहीं बन सकी, जिनको नोटिस जारी किया गया है।
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नई शिक्षा नीति लागू करने के बाद केंद्र सरकार ने सभी शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले बच्चों की अपार आईडी तैयार करने का निर्णय लिया है। इस आईडी बच्चों की सभी शैक्षिक गतिविधियों का डाटा होगा। जिले के परिषदीय स्कूलों, माध्यमिक स्कूलों व मदरसों में अध्ययनरत 390954 बच्चों की अपार आईडी जनरेट की जानी है। लेकिन लगातार निर्देशों के बाद भी स्कूल इसमें लापरवाही बरत रहे हैं।
सबसे ज्यादा स्थिति मदरसों और मान्य प्राप्त स्कूलों की बदतर है। मदरसों में जहां 26807 बच्चों के सापेक्ष केवल 7078 व मान्यता
प्राप्त स्कूलों में 105947 के बच्चों के सापेक्ष केवल 30570 बच्चों की आईडी ही जनरेट हो सकी है। वहीं इंटर कॉलेजों में 37 फीसदी बच्चों की आईडी जनरेट करने का काम किया जा सका है।
कलक्ट्रेट में आयोजित हुई बैठक के दौरान इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए डीएम ने भी सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बाद भी प्रगति दिखाई नहीं दे रही है। जिला समन्वयक एमआईएस ज्योति शेखर ने बताया कि सभी बीआरसी केंद्रों से इसकी निगरानी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक 50 फीसदी बच्चों की अपार आईडी जनरेट न करने पर 95 स्कूलों को को नोटिस जारी किए गए थे।
इसके अलावा धीमी प्रगति पर 502 स्कूलों को नोटिस जारी हुए थे। उन्होंने बताया कि सभी स्कूलों में इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।