बरेली। एमबी इंटर कॉलेज की निलंबित शिक्षिका वंदना वर्मा को प्रेमनगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर फर्जीवाड़ा कर दो पैनकार्ड के सहारे करोड़ों रुपये का कर्ज लेने का आरोप है। साथ ही शिक्षा विभाग में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर कई लोगों से ठगी भी कर चुकी है.

- पीएफ खाते से एक लाख तक राशि एटीएम-यूपीआई से तुरंत निकलेगी
- दर्जनों शिक्षकों की सेवा पुस्तिका गायब
- बाल श्रम से मुक्त होगा: CM योगी का फैसला
- हरि ॐ ! up si भर्ती मे समस्त वर्ग के अभ्यर्थी की आयु सीमा 3 वर्ष बढ़ाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी को साधुबाद 🙏
- लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस में चयनित 60,244 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री जून के दूसरे सप्ताह में जॉइनिंग लेटर सौंपेंगे। यह भव्य कार्यक्रम लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित होगा।
बदायूं शहर की आदर्श नगर कॉलोनी की मूल निवासी वंदना शहर के डीडीपुरम में कई साल से आवास बनाकर रह रही है। वह एमबी इंटर कॉलेज में अंग्रेजी विषय की सहायक अध्यापिका के तौर पर कार्यरत थी। वंदना के ही पड़ोसी बदायूं निवासी अमित कुमार ने पिछले साल से उसके काले चिट्ठे खोलने शुरू किए थे। शुरू में विद्यालय प्रबंधन ने आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया। बाद में सबूतों के साथ डीएम और डीआईओएस से की गई शिकायत पर जांच शुरू हुई। इसमें राजकीय हाईस्कूल की प्रधानाचार्य कुसुमलता ने जांच की तो वंदना को वित्तीय लेनदेन व धोखाखड़ी का दोषी पाया गया। मामले में कार्रवाई शुरू हुई और वंदना को निलंबित किया गया। हाल में अमित कुमार की ओर से प्रेमनगर थाने में वंदना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इंस्पेक्टर प्रेमनगर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि आरोपी शिक्षिका को जेल भेज दिया गया है।
विभाग की अनुमति लिए बिना विदेश यात्राएं कीं
वंदना पर आरोप है कि उसने दो पैनकार्ड और नाम पतों के फर्जी प्रमाणपत्र देकर कई बैंकों से तीन करोड़ से ज्यादा रुपये का ऋण लिया। उसने कई लोगों को शिक्षक के पद पर नौकरी का झांसा देकर ठगी की। ऐसे लोग भी उसके खिलाफ शिकायतें करते घूम रहे थे। आरोप है कि बिना विभागीय अनुमति के वंदना ने विदेश यात्राएं भी कर लीं।