बिजनौर,। एआरपी पद के इच्छुक शिक्षकों की शैक्षिक दक्षता की पोल तब खुल गई जब यह शिक्षक अपने विषयों की परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाए। अंग्रेजी विषय में जहां सभी सात के सात शिक्षक फेल हो गए, वहीं हिंदी में भी दस में से सिर्फ तीन शिक्षक ही पास हो पाए। अब इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेसिक स्कूलों में शैक्षिक सपोर्ट की चाह रखने वाले अध्यापकों खुद कितनी सपोर्ट की जरूरत है।

- जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली है. वह देश के 52वें चीफ जस्टिस बन गए हैं
- पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग UPSC का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में योजित याचिका संख्या-5146/2024 प्रतिमा वर्मा व अन्य बनाम उ०प्र० राज्य व अन्य के सम्बन्ध में।
- शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय एवं अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में
- 413 शिक्षकों को मिलेगा जिले से बाहर स्थानांतरण का मौका
एआरपी पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में चौंकाने वाले व शर्मनाक आंकड़े सामने आए हैं। जहां अंग्रेजी विषय में सात शिक्षकों में से एक भी शिक्षक सफल नहीं हो पाया, वहीं हिंदी विषय में केवल तीन अध्यापक ही परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। यह हाल उन शिक्षकों का है, जिन्हें एआरपी बनाकर दूसरे विद्यालयों में भेजा जाना था, ताकि वे वहां के शिक्षकों को शैक्षिक सपोर्ट दे सकें।