डायट पर एआरपी के चयन के लिए हुई थी परीक्षा
लखनऊ। राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक भी अकादमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) के चयन के लिए आयोजित लिखित परीक्षा में फेल हो गए। 22 मार्च को डायट निशातगंज पर परीक्षा हुई थी।

दो घंटे की लिखित परीक्षा में राज्य अध्यापक पुरस्कार विजेता गोसाईंगंज प्राथमिक विद्यालय सलौली के शिक्षक संतोष कुमार भी शामिल हुए थे। उन्होंने हिंदी विषय से परीक्षा के लिए आवेदन किया था, लेकिन वे फेल हो गए।
परीक्षा में शामिल कुल 57 शिक्षकों में से 29 फेल हो गए। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य अध्यापक पुरस्कार व परीक्षा में अंतर है। परीक्षा में कई बार ऐसी स्थिति आती है कि जवाब मालूम होने के बाद भी सवाल हल नहीं हो पाते हैं।
कोरोना काल में घर-घर जाकर पढ़ाया : कोरोना काल में जब सरकारी स्कूल बंद थे, उस
एआरपी का चयन 10 अप्रैल तक करना होगा पूरा
- 26 जिलों के बीएसए को नोटिस, परस्पर तबादले में शिक्षकों के आवेदन सत्यापन न करने पर सख्ती
- चोरों के निशाने पर परिषदीय विद्यालय, प्रभावित हो रहा मिड-डे-मील
- मिड डे मील के बर्तन खरीद की होगी जांच, टीम गठित
- सुनवाई:नीट-यूजी के परिणाम पर अंतरिम रोक लगी
- अगले तीन दिन तक हीटवेव की चेतावनी, गर्मी का कहर, बांदा में पारा 46 डिग्री: पश्चिम यूपी में बरसे अंगारे,पूर्वांचल में आंधी बनी आफत
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण गुणवत्ता में सुधार के लिए एआरपी के चयन की प्रक्रिया चल रही है। राज्य परियोजना निदेशालय ने सभी डायट प्राचार्य व बीएसए को इनका चयन 10 अप्रैल तक पूरा करने का निर्देश दिया है। (ब्यूरो)
परीक्षा का सिलेबस तय नहीं था। पहले बताया गया कि बहुविकल्पी प्रश्नपत्र आएगा। पेपर काफी कठिन था। परीक्षा की अवधि भी कम थी। आधे घंटे का समय और दिया जाना चाहिए था। संतोष कुमार, शिक्षक
समय संतोष कुमार ने बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ाया। मोहल्ला क्लास चलाकर उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होने दी। हाल ही में उनके विद्यालय के बच्चों का चयन विद्या ज्ञान स्कूल के लिए हुआ है।