अछनेरा / विकासखंड अछनेरा क्षेत्र के गांव अटूस निवासी बीरेंद्र सिंह छौंकर ने बताया उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने पर आज खुशियाँ मना रही है। लेकिन आठ साल बीत जाने के बाद भी शिक्षामित्रों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि योगी सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर चलते हुए कार्य रही है लेकिन शिक्षामित्रों के भविष्य के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोच रही है 2017 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों से वादा किया था कि सरकार बनने पर तीन माह के अंदर शिक्षामित्रों की सभी समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाएगा ।

- अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए मुख्य डाक्यूमेंट्स
- आज से पिछले 4 सत्र के छुटे हुए ITR निम्न पेनल्टी के साथ भरे जा सकते हैं इनकम 3 लाख से 5 लाख तक होने पर पेनल्टी मात्र ₹1000 लगेगी अब से लेकर पिछले AY 2021-22 तक का ITR भी भर सकते हैं।
- अल्पसंख्यक विद्यालयों में RTE एक्ट का प्रभाव एवं पदोन्नति में टीईटी की अनिवार्यता मामले की सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई दिनांक 03/04/2025 को
- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित 58वाँ प्रान्तीय सम्मेलन के अवसर पर विशेष अवकाश स्वीकृत करने के संबंध में।
- सभी भर्तियों को मौका इसके साथ ही जो लोग सेवा काल को लेकर चिंतित थे, उनकी चिंता भी स्वतः ही समाप्त हो जाती है।
शिक्षामित्रों को भी सरकार से बड़ी उम्मीद थी इसलिए बढ़ चढ़कर बोट किया था लेकिन सरकार शिक्षामित्रों की उम्मीदों पर खरी नहीं
उतरी आज आठ साल पूरे हो गए फिर भी शिक्षामित्रों की समस्याओं का कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा है जबकि पुनः चुनकर सत्ता में आये हुए सरकार को तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं। इन आठ सालों में आर्थिक तगी, मानसिक अवसाद, हृदयघात, आत्महत्या तथा असाध्य बीमारी के कारण इलाज के अभाव में 10000 हजार से अधिक शिक्षामित्र असामयिक ही काल के गाल में समा चुके हैं। यह शिलशिला निरंतर जारी है। महँगाई के इस दौर में प्रतिमाह मिलने बाले अल्प मानदेय से परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। शिक्षामित्र सरकार की तरफ आशा भारी निगाहों से टकटकी लगाए देख रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी से माँग है शिक्षामित्रों के साथ भी न्याय करते हुए उन्हें सम्मान पूर्वक जीने का हक दिया जाए।