सरकारी स्कूल और अच्छी पढ़ाई…! यह सवाल नहीं, आज आम धारणा सी है, लेकिन सच्चाई भी यही है…ऐसा नहीं है। इस धारणा को तोड़ता है उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले के मऊ ब्लाक स्थित इंग्लिश मीडियम प्राइमरी विद्यालय छिवलहा।

- बेसिक शिक्षा परिषद से सम्बन्धित ऑनलाइन पोर्टल पर संचालित मॉड्यूल के सम्बन्ध में समीक्षा एवं सुझाव के सम्बन्ध में।
- अंतर्जनपदीय सामान्य ट्रांसफर की आधिकारिक सूची अभी तक जारी नहीं हुई है। जो सूची वायरल हो रही है ,वह आधिकारिक नहीं है अभी , देखें यह सूची
- खण्ड शिक्षा अधिकारियों हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में।
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में जनपद बरेली में कार्यरत शिक्षकों की पदोन्नति विषयक सूचना प्रेषण विषयक ।
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने की अद्यावधिक प्रगति तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों के सम्बन्ध में वर्चुअल बैठक।
यहां के माहौल और शैक्षिक गुणवत्ता ने एसडीएम मऊ सौरभ यादव को भी प्रभावित किया। उन पर ऐसा असर हुआ कि उन्होंने बेटी को नए सत्र से इस विद्यालय में प्रवेश दिला दिया। इस कदम से उन्होंने उन अभिभावकों और शिक्षकों को आईना दिखाया है, जो कान्वेंट स्कूलों की महंगी शिक्षा को तो कोसते हैं, लेकिन अपने बच्चों को वहीं पढ़ाते हैं।
इंग्लिश मीडियम स्कूल छिवलहा की पढ़ाई कान्वेंट स्कूलों के स्तर से कहीं कम नहीं है, तभी क्षेत्र के कई समृद्ध परिवार भी अपने बच्चों को वहां पढ़ाते हैं। छह माह पहले एसडीएम सौरभ यादव का तबादला सदर तहसील से मऊ हुआ था। पहले उनकी बेटी आद्या कर्वी के एक कान्वेंट स्कूल में पढ़ती थी।
नए सत्र में एक अप्रैल को उन्होंने बेटी का प्रवेश छिवलहा में कराया है। खंड शिक्षा अधिकारी शशांक शेखर शुक्ला ने बताया कि पिछले सत्र में एसडीएम ने स्कूल का निरीक्षण किया था। शैक्षिक गुणवत्ता देखकर वह प्रभावित थे। प्रधानाध्यापक पवन जायसवाल बताते हैं कि स्कूल में मऊ कस्बे सहित 10 किमी दूर तक के गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं। अभी विद्यालय में 200 बच्चे पंजीकृत हैं, जुलाई तक संख्या 400 तक पहुंच सकती है।