देवरियाः उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में नामांकन बढ़ाने में बीएड, बीटीसी व डीएलएड योग्यताधारी भी शिक्षकों का सहयोग करें। अधिक नामांकन से ही शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्तियां निकल सकती हैं। यदि नामांकन नहीं बढ़ा तो शिक्षक बनने का सपना धरा रह जाएगा।

- 🛑अगर शिक्षक ही चुप रह जाएं, तो स्कूल बचाएगा कौन? 📢 अब समय आ गया है, जब हम केवल पढ़ाने वाले नहीं, भविष्य बचाने वाले बनें।
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वह रविवार को सदर विकास खंड के शिक्षक भवन में उप्न बीटीसी शिक्षक संघ की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के 111614 प्राथमिक विद्यालयों में 338590 शिक्षक कार्यरत हैं, जिनका शिक्षक-छात्र अनुपात 30:1 है। प्रदेश के 45651 उच्च न प्राथमिक विद्यालयों में 120860 शिक्षक कार्यरत हैं, जिसमें शिक्षक छात्र अनुपात 35:1 है, जो वर्तमान छात्र संख्या के हिसाब से मानक पूरा करता है। यदि नामांकन नहीं बढ़ा तो सरकार शिक्षकों की नई भर्ती नहीं निकालेगी। उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि यदि अपना अस्तित्व बचाना चाहते हैं तो लगन व निष्ठा से कार्य करते हुए अधिक से अधिक संख्या में बच्चों का नामांकन कराते हुए ठहराव सुनिश्चित कराएं। उन्होंने मानकविहीन व विना मान्यता के संचालित स्कूलों को बंद कराने की मांग की।
प्रदेश उपाध्यक्ष एकसाद अली ने कहा कि विद्यालयों में जल्द से जल्द
निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें विभाग उपलब्ध कराएं। जिलाध्यक्ष गेना यादव, जिला कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता, प्रदेश सचिव फारूख अहमद, जिला महामंत्री विशुनदेव प्रसाद, पूर्व जिलाध्यक्ष पंकज शुक्ला, विद्यानिवास यादव, संजय कुशवाहा, रमेश तिवारी, वीरेंद्र कुशवाहा आदि मौजूद रहे।