प्रयागराज। प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) की वैधता तिथि समाप्त होने के कारण उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियां अटकी हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने सीएम को पत्र लिख वैधता अवधि बढ़ाने की मांग की है।
कहा, पीईटी-2023 की वैधता 29 जनवरी 2025 को समाप्त हो चुकी है। 2024 व 2025 में पीईटी का आयोजन नहीं किया गया है। जबकि,
आयोग की किसी भी भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए पीईटी उत्तीर्ण होना आवश्यक है। अब तक पीईटी-2023 से सामान्य स्नातक व इंटरमीडिएट स्तर की किसी भी भर्ती की अधिसूचना जारी नहीं हुई है।

वहीं, छात्र लोवर, लेखपाल, जेई मैकेनिकल, सांख्यकी अधिकारी/सहायक सांख्यकी अधिकारी, ट्यूबवेल ऑपरेटर आदि भर्ती परीक्षाओं का इंतजार कर रहे हैं। संवाद
ममता ने किया शिक्षकों से दो माह में नौकरी देने का वादा
कोलकाता, । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद स्कूली नौकरी गंवाने वाले सभी पात्र उम्मीदवारों को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से प्रभावित सभी पात्र उम्मीदवारों के लिए दो माह में वैकल्पिक व्यवस्था करेंगी।
ममता ने नौकरी गंवाने वाले लोगों के साथ सोमवार को कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में एक बैठक में उनसे
अपने-अपने स्कूल जाने और स्वैच्छिक तरीके से काम करने का आग्रह किया। कहा कि उनकी सरकार सुनिश्चित करेगी कि वे बेरोजगार न रहें या उनकी सेवा में कोई रुकावट न आए। मौके पर हजारों प्रभावित शिक्षक और कर्मचारी ममता के पास पहुंचे थे। शीर्ष अदालत ने बीते गुरुवार को बंगाल में सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में 25,753 शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति को अमान्य करार दिया था। इनका चयन 2016 में हुआ था।