लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में यू-डायस पोर्टल पर बच्चों का डाटा अपलोड करने में लापरवाही सामने आई है। इससे स्कूल को मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट घट सकती है। बीएसए ने समीक्षा के बाद सभी प्रधानाध्यापकों को नोटिस देकर दो दिनों में पूरा डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया है।
- शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के संबंध में नई समय सारिणी जारी
- शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका के अंतः जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के संबंध में नई समय सारिणी जारी
- यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2025: हाईस्कूल व इंटरमीडिएट टॉप 10 विद्यार्थियों की जनपदवार सूची, करें डाउनलोड
- 10 दिन में गैरहाजिर मिले 47 शिक्षकों को चेतावनी
- Primary ka master: कहां है पाकिस्तानी शुमायला… तीन माह बाद भी सुराग नहीं लगा सकी पुलिस; फर्जी दस्तावेज से पाई थी शिक्षिका की नौकरी
डाटा अपलोडिंग में सभी ब्लॉकों में लापरवाही देखते हुए बीकेटी, चिनहट, गोसाईगंज, काकोरी, माल, मलिहाबाद, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, जोन एक, दो, तीन और चार के सभी खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) के साथ बीएसए राम प्रवेश ने बृहस्पतिवार को बैठक की।
बैठक में पाया गया कि सत्र 2023-24 से 2024-25 का डाटा पोर्टल पर नहीं

अपलोड किया जा रहा है। ऐसे में सभी प्रधानाध्यापकों को चेतावनी दी गई है। यदि अगले दो दिनों में डाटा अपलोड नहीं किया गया तो सभी शिक्षकों को वेतन रोका जाएगा।
डाटा अपलोड न होने से होंगे ये नुकसान
यू-डायस पर बच्चों को डाटा अपलोड करना अनिवार्य है। क्योंकि बच्चों की संख्या के अनुसार ही विद्यालय में सुविधाओं के लिए कंपोजिट ग्रांट भेजी जाती है। जब कंपोजिट ग्रांट कम होगी तो इसका सीधा असर विद्यालय की मूलभूत सुविधा पर पड़ता है। इसमें बच्चों के लिए पेयजल, शौचालय, विद्यालय का रंग रोगन सहित कई कार्य होते हैं।