✍️✍️✍️✍️✍️
दिनांक 22/12/2018 को शिक्षक भर्ती परीक्षा 69000 के आवेदन की अंतिम तिथि थी।
देवेंद्र सिंह की याचिका में सरकार ने बताया कि योग्यता की भी यही आखिरी तिथि थी।
इस तरह 22/12/2018 योग्यता की आखिरी तिथि हो गई।
नियुक्ति के समय पता चला कि बहुत से आवेदकों के गुणांक में वास्तविक गुणांक और आवेदन में अंकित गुणांक में बहुत फर्क है।
विभाग ने सबको बाहर करने का निर्णय लिया।

सब कोर्ट गए।
फिर विभाग में क्या चला/हुआ इसपर मैं खुलासा नहीं करूंगा। मगर विभाग ने निर्णय लिया कि जिन्होंने आवेदन में कम गुणांक भरा है लेकिन वास्तव में उनका अधिक गुणांक है उनसे मेरिट को फर्क नहीं पड़ेगा और उन्होंने कम गुणांक भरकर खुद को ही नुकसान पहुंचाया है, इसलिए ये फ्रोड नहीं है। क्योंकि कोई कम नंबर भरकर फ्रोड नहीं करेगा। जबकि जिन्होंने अधिक नंबर भरा मगर वास्तव में कम गुणांक था उनको मेरिट बढ़ाने और चयन सुनिश्चित करने के लिए फ्रोड माना गया और उनको बाहर कर दिया गया।
इसी के अनुरूप न्यायमूर्ति श्री यूयू ललित जी ने यह विवाद निपटा दिया था।
तब यह विंदु किसी को नहीं पता था कि जो गुणांक कम ज्यादा भरा गया था। उसके पीछे एक राज यह भी रहा था कि जिनका बीटीसी का परिणाम नहीं आया था, या बैक लग गया था तो उन्होंने अनुमान लगाकर बीटीसी का अंक भर दिया था। मगर जिनको भरे अंक से कम नंबर मिला उनकी किस्मत सो गई मगर जिनको भरे अंक से अधिक नंबर मिला उनकी किस्मत जाग गई।
उसके बाद प्रीति जाटव ने नया खुलासा करते हुए मुकदमा किया कि जो कम अंक भरकर और वास्तव में अधिक अंक पाकर नियुक्त हुए हैं वह दिनांक 22/12/2018 के बाद पात्र हुए हैं। उनके आधार पर हमें भी मौका दिया जाए। जस्टिस सौरभ श्याम शमशेरी ने इनकी याचिका खारिज कर दी कि आपको राहत नहीं मिलेगी।
मगर सरकार ने पहले ही कंसेंट दे दिया है कि योग्यता की अंतिम तिथि 22/12/2018 है तो कम/ज्यादा अंक भरने के नए सिंडिकेट का खुलासा हो गया। प्रीति जाटव खुद तो नौकरी नहीं पाई मगर जो कम अंक भरकर वास्तव में अधिक अंक पाकर नौकरी पाए थे उनका खुलासा कर दिया कि वो बाद में पात्र हुए।
इसलिए सरकार नियुक्त हो चुके अपात्र का डेटा कलेक्ट कर रही है।