लखनऊ। बीएसए के निर्देश पर मलिहाबाद के प्राथमिक विद्यालय भतोईया का निरीक्षण करने पहुंचे बीईओ को रजिस्टर में पंजीकृत 55 में से 25 बच्चे ही कक्षा में उपस्थित मिले। लापरवाही का आलम ये रहा कि कक्षा के समय प्रधानाध्यापक सोफे पर सोते मिले। बीईओ की रिपोर्ट के बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि और कम छात्र संख्या पर चार शिक्षकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। इसके साथ ही बच्चों की रोजाना की उपस्थिति का ब्योरा भी मांगा है।b

प्राथमिक विद्यालय भतोईया में शिक्षकों की लापरवाही से बच्चों की संख्या कम होने सहित कई अन्य शिकायतें मिल रही थीं। इस पर बीएसए राम प्रवेश ने बीईओ मलिहाबाद राममूर्ति यादव को विद्यालय का निरीक्षण करने के लिए भेजा। वे 26 अप्रैल को प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो पढ़ाई के समय में कार्यालय में पड़े सोफे पर प्रधानाध्यापक पंकज सोनी सोते हुए मिले। वहीं, पंजीकृत 55 में से 25 बच्चे ही मौके पर मिले। बीएसए ने बताया कि प्रधानाध्यापक पकंज सोनी को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि, शिक्षिका अनीता वर्मा, सादिया सिद्दीकी, सहर हसनैन व वसीम अहमद अंसारी को विद्यालय में पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 50 प्रतिशत से भी कम छात्र उपस्थिति के चलते प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई।
एआरपी से मुक्त होकर चार्ज लेने में लापरवाही
बीएसए ने बताया कि प्रधानाध्यापक पंकज सोनी को अभी हाल ही में अकादमिक रिर्सोस पर्सन (एआरपी) के पद से कार्यमुक्त करके विद्यालय भेजा गया था। उन्होंने प्रधानाध्यापक पद उसके बाद भी नहीं ग्रहण किया।
अनुपात से अधिक शिक्षक
किसी भी प्राथमिक विद्यालय में 30 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन यहां पर 55 बच्चों पर पर पांच शिक्षक तैनात हैं। उसमें भी सभी बच्चे रोजाना स्कूल नहीं आते हैं।