नई दिल्लीः आजादी के बाद पहली बार हो रही जातिवार गणना के सटीक आंकड़े जुटाने के लिए सरकार ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। जनगणना और जातिवार गणना डिजिटल होगी और सारे आंकड़े इलेक्ट्रानिक टैबलेट पर लिए जाएंगे। विभिन्न पैरामीटर पर आंकड़ों के विश्लेषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के इस्तेमाल की भी तैयारी चल रही है।

जनगणना कराने वाले महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार आंकड़े जुटाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी टैबलेट की
जियो फेंसिंग की जा रही है। जियो फेंसिंग की वजह से उक्त टैबलेट में आंकड़े तभी भरे जा सकेंगे, जब जनगणना कर्मी खुद उस जगह पहुंचेगा, जहां का डाटा उसे जुटाना है। यानी हर गली, मोहल्ला, गांव में इस्तेमाल होने वाला टैबलेट पहले से तय होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आंकड़ों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए यह फैसला किया गया है। एआइ के प्रयोग से आंकड़ों से निष्कर्ष तत्काल निकाला जा सकेगा।