लखनऊ। अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में तैनात विषय विशेषज्ञ शिक्षकों (आमेलित) ने पुरानी पेंशन की मांग तेज कर दी है। शिक्षकों का कहना है कि जब एक अप्रैल 2005 से पहले निकाले गए विज्ञापन पर नौकरी कर पांच हजार माध्यमिक शिक्षकों को पेंशन मिल सकती है तो आमेलित शिक्षकों को क्यों नहीं। प्रदेश भर में 2250 आमेलित शिक्षक माध्यमिक स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) की रविवार को बैठक में शिक्षकों ने पुरानी पेंशन के लिए आंदोलन की चेतावनी दी है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा का कहना है कि अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में वर्ष 2000 से 2003 के बीच तत्कालीन सरकार ने विज्ञापन के जरिये 2250 विषय विशेषज्ञ शिक्षक एक निर्धारित मानदेय पर नियुक्त किए थे। इन्हें बाद में सपा सरकार ने नियमित कर दिया।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रहा है। एक अप्रैल 2005 से पूर्व जारी विज्ञापन पर माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति वर्ष 2009-09 तक हुई है। विभाग जब इन शिक्षकों को पुरानी पेंशन दे रहा है तो उसी तरह आमेलित शिक्षकों को पुरानी पेंशन में शामिल किया जाए। (