माध्यमिक शिक्षा परिषद के सभी स्कूलों में 21 मई से 10 जून तक लगने वाले समर कैंप को लेकर शिक्षक संगठनों ने कड़ा ऐतराज जताया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने बुधवार को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को ज्ञापन देकर इस आदेश को तुरंत वापस लेने की मांग की।

महामंत्री आशीष कुमार सिंह ने कहा कि मई-जून की भीषण गर्मी में समर कैंप चलाना छात्रों और शिक्षकों की सेहत के साथ खिलवाड़ है। ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की कमी है और ऐसे हालात में स्कूल बुलाना सही नहीं है। शिक्षा केवल खेल-कूद नहीं, बल्कि मानसिक विकास का भी क्षेत्र है, और इस मौसम में कोई गुणवत्तापूर्ण विकास नहीं हो सकता।
संघ के पदाधिकारियों ने आदेश को अव्यवहारिक बताया
कहा कि यह आदेश न सिर्फ शिक्षा अधिनियम 1921 के नियमों के खिलाफ है, बल्कि शिक्षकों पर मानसिक दबाव भी बढ़ाता है। संघ के पदाधिकारियों ने आदेश को अव्यवहारिक और शिक्षकों की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला बताया। संघ ने यह भी मांग की कि यदि कैंप अनिवार्य है, तो शिक्षकों को गर्मी की छुट्टियों में काम करने के बदले पूरे 20 दिन का अवकाश मिलना चाहिए।