नई दिल्ली,। राजधानी के स्कूलों में बम की धमकी मिलने के बाद बनने वाली स्थिति को लेकर शिक्षा निदेशालय ने बड़ा कदम उठाया है। स्कूलों में बम की धमकियों के प्रबंधन के लिए एक व्यापक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई है।

इसमें सीसीटीवी कैमरे लगाने, निकासी योजना बनाने, नियमित सुरक्षा ऑडिट और मॉक ड्रिल आयोजित करने जैसे कई उपाय शामिल हैं। शिक्षा निदेशालय द्वारा तैयार किए गए प्रोटोकॉल में रोकथाम, तैयारी, प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने वाली चार-स्तरीय रणनीति है। इसका उद्देश्य आपात स्थिति के दौरान त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करते हुए तैयारी और सतर्कता की संस्कृति को बढ़ावा देना है।
एसओपी में फर्जी धमकियों के खिलाफ सख्त चेतावनी भी शामिल है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते वर्ष 200 से अधिक स्कूलों को बम की धमकियां मिलीं थी, जोकि झूठी थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिशा-निर्देश के अनुरूप है एसओपी : शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसओपी का मसौदा दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद तैयार किया गया है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा और राजधानी के सभी स्कूलों पर लागू होगा।
इसमें सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त गैर-सहायता प्राप्त निजी संस्थान शामिल हैं। इसमें कहा है कि प्रत्येक स्कूल को अपने लेआउट और संसाधनों के अनुरूप अपनी खुद की खतरा प्रबंधन योजना बनानी होगी।