प्रयागराज,
कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की गर्मी की छुट्टियां 30 जून तक बढ़ाने और शिक्षकों समेत दूसरे स्टाफ को स्कूल पहुंचने के आदेश को लेकर हलचल बढ़ गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि एकसाथ कई जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि शिक्षकों को भी 30 जून तक का अवकाश दिया जाए। एकसाथ इतने हमदर्द पाकर शिक्षक भी आश्चर्यचकित हैं और व्हाट्सएप ग्रुपों पर पत्र वायरल हो रहे हैं।
पत्र में लिखा है कि स्कूलों में एक जुलाई से शिक्षण कार्य शुरू होना है। गर्मी बढ़ती जा रही है और मौसम विभाग ने सूचना दी है कि गर्मी और बढ़ेगी। शिक्षक-शिक्षिकाओं को जिले के दूर-दराज के स्कूलों में पढ़ाने के लिए जाना होता है। बच्चों के स्कूल में न रहने से शिक्षकों की दौड़ अनावश्यक होगी। शेष विद्यालयी दायित्वों का संपादन स्मार्टफोन के जरिए घर से ही संभव हो सकता है।

उन्होंने शिक्षकों के लिए भी ग्रीष्मावकाश 30 जून तक बढ़ाने का निर्देश देने का आग्रह किया है। विधान परिषद की प्रश्न एवं संदर्भ समिति के सभापति राजबहादुर सिंह चंदेल, भाजपा एमएलसी डॉ. बाबू लाल तिवारी, एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह, एमएलसी आशुतोष सिन्हा और एमएलसी अवनीश कुमार सिंह समेत अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री को तकरीबन ऐसा ही पत्र लिखा है। पत्र लिखने के पीछे एक कारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव भी माना जा रहा है। चूंकि पूरे प्रदेश में सबसे अधिक संख्या परिषदीय शिक्षकों की है तो इन चुनावों में उनका वोट निर्णायक होता है। ऐसे में माना जा रहा है कि इन शिक्षकों का विश्वास जीतने के लिए ये पत्र लिखे गए हैं।