लखनऊ। प्राइवेट स्कूलों की भांति परिषदीय विद्यालयों में भी नर्सरी अथवा बालवाटिका की पढ़ाई होगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। इसके तहत प्राइमरी स्कूलों में 5-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों के लिए नई व्यवस्था का निर्णय किया गया है। नई शिक्षा नीति में पहली कक्षा में प्रवेश के लिए बच्चे की आयु कम से कम छह वर्ष निर्धारित है।
