मैनपुरी: फर्जी हस्ताक्षर से वेतन प्रमाण पत्र सत्यापन करने वाले सहायक शिक्षक की अब और परेशानी बढ़ेगी। बीएसए ने हाईकोर्ट के आदेश पर वेतन जारी करने के आदेश देते हुए बीईओ को सहायक शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
मामला बेवर ब्लाक के गांव जासमई में तैनात बेसिक के सहायक शिक्षक रजनेश सिंह से जुड़ा है। बीएसए कमल सिंह ने बताया कि आगरा स्थित एचडीएफसी बैंक ने शिक्षक वेतन प्रमाण पत्र का सत्यापन करने को पत्र लिखा। इस पर उपरोक्त शिक्षक ने बीईओ जेपी पाल के फर्जी हस्ताक्षरों से प्रमाण पत्र का सत्यापन कर दिया। जानकारी पर पांच अक्टूबर 20 को उपरोक्त शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा तो बीईओ जेपी पाल ने इसे अनुशासनहीनता और धोखाधड़ी माना।
बीएसए ने बताया कि इस पर 12 नवंबर 20 को सहायक शिक्षक के वेतन आहरण पर रोक लगा दी और स्पष्टीकरण मांगा, नोटिस दिए गए। सहायक शिक्षक ने नोटिस का जवाब दिया, लेकिन विभाग ने इसे ठीक नहीं माना और वेतन नहीं निकाला। इस पर सहायक शिक्षक हाईकोर्ट चले गए। रिट में कमी होने पर खारिज कर दिया गया। इस पर बीईओ जेपी पाल को शिक्षक पर मुकदमा कराने को कहा, लेकिन यह कार्रवाई अमल में लाई जाती, शिक्षक ने दूसरी याचिका कर दी। उन्होंने बताया कि इस याचिका पर कोर्ट ने वेतन देने और जांच की कार्रवाई करने को कहा है। इसे लेकर उन्होंने बीईओ जेपी पाल को उपरोक्त शिक्षक पर मुकदमा दर्ज कराने को कहा है। मां – सौतेले पिता ने नाबालिग बहनों को घर से निकाला: किशनी कस्बा निवासी नाबालिग दो बहनें सोमवार को अपने ताऊ के साथ तहसीलदार कार्यालय में पहुंचीं। बताया कि पिता की मौत के बाद मां ने बरुआहार निवासी टिकू से दूसरा विवाह कर लिया है। सौतेला पिता और मां उनका उत्पीड़न करते हैं। शुक्रवार को दोनों को घर से निकाल दिया गया। मामले में जांच का आदेश दिया गया है।