लखनऊ: निजी करण भारत छोड़ो कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय अभियान में शिक्षकों और कर्मचारियों ने राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को बड़ी संख्या में ईमेल किए । अटेवा के आवाहन पर कर्मचारियों शिक्षकों ने सभी विपक्षी दलों से पुरानी पेंशन बहाली व निजी करण की समाप्ति के महत्वपूर्ण मुद्दे को आगामी विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग की है।
अटेवा के अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने सोमवार को अभियान की समाप्ति पर कहा कि नई पेंशन व्यवस्था शोषणकारी है। अगर पुरानी पेंशन बहाली होती है तो देश में करोड़ों लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। महामंत्री डॉ नीरज पति त्रिपाठी ने कहा कि निजीकरण करना देश की सार्वजनिक संपत्तियों को चंद्र हाथों में देना है जो देश की जनता के साथ अन्याय है।