लखनऊ: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) समूह ‘ग’की भर्ती के लिए प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में पालीवाल समिति की कई सिफारिशों को लागू करने जा रहा है। आयोग ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को विकेंद्रित करते हुए चार एजेंसियों को सौंप दी है। इसके अलावा पीईटी पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी।
आयोग ने पारदर्शी व जवाबदेह भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रश्नपत्र, परीक्षा केंद्र, सुरक्षा-सीसीटीवी कैमरा तथा स्कैनिंग संबंधी व्यवस्थाएं व कार्रवाई अलग-अलग एजेंसियों को सौंप दी है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर कंट्रोल रूम होगा जहां से प्रत्येक कक्ष व गैलरी की गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी।
केंद्र का कंट्रोल रूम केंद्राध्यक्ष की निगरानी में होगा। इसी तरह आयोग कार्यालय में भी एक कंट्रोल बनाने की योजना है। यहां से किसी भी परीक्षा केंद्र की गतिविधियों को देखा जा सकेगा। परीक्षा केंद्र तय करने की जिम्मेदरी जिलाधिकारी, डीआईओएस व परीक्षा एजेंसी को संयुक्त रूप से दी गई है। केंद्र की अच्छी ख्याति को ध्यान में रखने का निर्देश दिया गया है।
2500 केंद्रों पर परीक्षा, प्रत्येक कक्ष में 24 अभ्यर्थी
यूपीएसएसएससी की पीईटी 20 अगस्त को हो रही है। यह परीक्षा प्रदेश के सभी 75 जिलों के करीब 2,500 केंद्रों पर कराने की योजना है। आयोग चाहता है कि प्रत्येक कमरे में अधिकतम 24 अभ्यर्थी हों। इस लिहाज से 20,73,540 अभ्यर्थियों के लिए 86,397 कमरों की जरूरत होगी।
एसएमएस से परीक्षा केंद्र की जानकारी
आयोग पहले ही एलान कर चुका है कि अभ्यर्थियों को गृह जिले को छोड़ पड़ोस के किसी अन्य जिले में परीक्षा देने जाना होगा। महिलाओं व दिव्यांगों को गृह जिले में ही केंद्र आवंटित करने की योजना है। आयोग सभी अभ्यर्थियों को एसएमएस के जरिये परीक्षा केंद्र की जानकारी देगा। अभ्यर्थी ऑनलाइन प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे।