प्रयागराज: प्रदेश के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों का कॉलेज आवंटन और समायोजन माध्यमिक शिक्षा निदेशक से कराने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव को प्रस्ताव भेजा है।
जिला विद्यालय निरीक्षकों की मनमानी के कारण कॉलेज आवंटन और समायोजन को लेकर आए दिन होने वाले विवाद और मुकदमों से परेशान होकर चयन बोर्ड ने यह काम माध्यमिक शिक्षा निदेशक को देने का अनुरोध किया है। डीआईओएस के गलत अधियाचन के कारण कॉलेज आवंटन के बाद विवाद की स्थिति पैदा हो रही है।
कहीं पहले से तदर्थ शिक्षक कार्यरत हैं तो कहीं प्रमोशन से पद भर दिया गया। बाद में पहुंचने वाले शिक्षक महीनों भटकते रहते हैं। यही शिक्षक हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं करते हैं।
74 चयनित शिक्षकों के समायोजन को भेजी सूची
प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) 2016 के चयनित 74 शिक्षकों की तैनाती का मामला फंस गया है। चयन बोर्ड के उपसचिव नवल किशोर ने 31 अगस्त को माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर इनकी तैनाती के संबंध में निर्देश देने का अनुरोध किया है। 53 पीजीटी और 21 टीजीटी चयनित शिक्षकों के लिए रिक्त पद नहीं मिल रहे हैं। डीआईओएस ने जो रिक्त पदों की सूचना भेजी थी उस आधार पर 15 मार्च को समायोजन की सूची जारी हो चुकी है। अब चयन बोर्ड में कोई खाली पद नहीं बचा है। इसलिए पद, विषय, वर्ग, श्रेणी के अनुसार अन्य जिलों के डीआईओएस से रिक्ति अधिसूचित कराने का अनुरोध किया है ताकि नियमानुसार समायोजन की कार्रवाई की जा सके।