गोरखपुर: यूपी के जिलों में चल रही ग्राम पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया में कई जिलों से गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं। कुछ ऐसे ही मामले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी पहुंच रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा है कि इस भर्ती में जो अधिकारी या कर्मचारी गड़बड़ी का दोषी पाया गया उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती में किसी भी स्तर पर कहीं भी गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए।
ग्राम पंचायत सहायक भर्ती में अनियमितता का आरोप
दरअसल मुख्यमंत्री गोरखपुर में जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। तभी गोरखपुर जिले के गुलरिहा सरहरी के रहने वाले राकेश कुमार जायसवाल ने ग्राम पंचायत सहायक में होने वाली भर्ती में हेराफेरी का गंभीर आरोप लगाए।
कहा कि उनके पिता की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। उसके बाद भी उनका नाम चयन सूची से बाहर कर दिया गया। सीएम योगी मौजूद अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिए।
रामपुर जिले भी गड़बड़ी का लगा आरोप:
ग्राम पंचायत भर्ती प्रक्रिया में रामपुर जिले के चमरौवा विकास खंड क्षेत्र के प्रधानों ने पंचायतीराज विभाग पर शासनादेशों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।चमरौवा विकास खंड क्षेत्र के प्रधानों ने बैठक करते हुए इस पर नाराजगी जाहिर की है।
प्रधानों ने कहा कि शासनादेश के अनुसार पंचायत सहायकों की भर्ती हेतु आवेदन पत्र जमा करने हेतु डीपीआरओ कार्यालय, विकासखंड चमरौआ एवं ग्राम प्रधान के पास जमा किए जाने थे, लेकिन पंचायत सचिवों द्वारा ग्राम प्रधानों को सूचित किए बिना ही आवेदनों पर अग्रिम प्रक्रिया शुरू कर दी गई और मेरिट लिस्ट बनाकर व्यक्तिगत तौर से आवेदकों को सूचना दी जा रही है। कहा कि ग्राम प्रधानों को साथ लिए बिना इस प्रकार की कार्यवाही संदेह की स्थिति उत्पन्न कर रही है। मुख्य रूप से ग्राम प्रधानों ग्राम समितियों की अनदेखी रोष का कारण बन रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा