माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) अपनी स्थापना के शताब्दी समारोह का मुख्य आयोजन अब दिसम्बर में करेगा। अभी तक सितम्बर में आयोजन होना था। इस समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाएगा।
शताब्दी समारोह के कई आयोजन किए जाने हैं। इसमें जिलों में ख्याति प्राप्त पूर्व छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं एक बड़ा कार्यक्रम प्रयागराज में और मुख्य कार्यक्रम लखनऊ में किए जाने की योजना है। इस मौके पर यूपी बोर्ड से निकली अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर ख्यातिप्राप्त लोगों को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर मिशन गौरव अभियान चलाया जा रहा है।
यूपी बोर्ड की स्थापना हुई थी 1921 में
इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम-1921 में बनाया गया था। हाईइस्कूल व इंटरमीडिएट की पहली बोर्ड परीक्षा 1923 में आयोजित की हुई थी। 1973 से क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की शुरुआत हुई। 1979 से परीक्षाफल कम्प्यूटराइज्ड हुआ और फिर 2003 में परीक्षाफल इंटरनेट पर आने लगा। अभी प्रदेश में लगभग छह हजार सरकारी व सहायताप्राप्त स्कूल हैं। 1986 से निजी निवेश को अनुमति दी गई। इस समय यूपी बोर्ड के 28543 स्कूल हैं।