आगरा: एत्मादपुर: मिड-डे मील योजना के तहत स्कूल में छात्र-छात्रओं को दिए जाने वाले मौसमी फलों के वितरण में लापरवाही बरती जा रही है। सोमवार को एत्मादपुर के एक विद्यालय में बच्चों को सड़े हुए नख वितरित कर दिए गए। इनमें कीड़े थे। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद खंड शिक्षाधिकारी वीरेश कुमार सिंह ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है।
एत्मादपुर के सवांई स्थित कंपोजिट विद्यालय में सोमवार को कक्षा एक से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को मिड-डे मील के तहत नख वितरित किए गए। कड़वाहट लगते ही बच्चों ने देखा तो फल अंदर से सड़े हुए थे। कुछ में कीड़े भी दिखे। । मिड डे मील के दौरान बच्चों के साथ किए जा रहे खिलावाड़ को वहां मौजूद किसी शख्स ने यह वीडियो बना इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही महकमे में खलबली मच गई। मामले में खंड शिक्षाधिकारी ने मामले की जांच की। उनके मुताबिक इस संबंध में प्रधानाध्यापक नजमा बेगम से स्पष्टीकरण मांगा था। संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिलने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा गया है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रधानाध्यापक का यह कहना कि वीडियो फे क है। जो सरासर गलत है। नख का वितरण शासनादेश के विपरीत है। शासनादेश में ताजा मौसमी फलों का वितरण करना है। कोरोना और डेंगू जैसी बीमारियां फैल रही हैं। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया है।
150 बच्चों को किया गया फल का वितरण
खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि एक ही प्रांगण में प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं। दोनों विद्यालयों में कुल 250 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को नख फल दोनों स्कूलों में वितरित किए गए। एक अनुमान के मुताबिक 150 बच्चों को फल वितरण किया गया।
’>>प्रधानाध्यापक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई को खंड शिक्षाधिकारी ने बीएसए को लिखा पत्र
’>>सड़े व कीड़े युक्त फल बांटने का वीडियो हुआ था इंटरनेट मीडिया पर वायरल
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