मानसून की विदाई के सप्ताह भर बाद रविवार को अचानक तेज आंधी और बारिश ने प्रदेश के कई जिलों में कहर बरपाया। आकाशीय बिजली और बारिश के कारण हादसों में दो मासूमों समेत पांच लोगों की जान चली गई। जगह-जगह पेड़ गिरने और जलभराव से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी वहीं फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर तैयार हुए पश्चिमी विक्षोभ ने स्थानीय पुरवा हवाओं का साथ पाकर पूरे रविवार को उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों को भिगो दिया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। वहीं लखनऊ, मेरठ, मथुरा,आगरा, मुजफ्फरनगर समेत मध्य और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों भी तेज आंधी के साथ बारिश हुई।
बहराइच के बेहड़ा गांव में आंधी व बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों चन्दन मिश्रा व संतोष वर्मा की मौत हो गई जबकि श्यामू, जगदीश, ध्रुव और शाकिर झुलस गए। सभी को शिवपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। सीतापुर में रामकोट के जवाहरपुर गांव में पक्की दीवार ढहने से उसकी चपेट में आकर दस वर्षीय रुचि की मौत हो गई और दो अन्य बच्चियां घायल हो गईं। वहीं मानपुर के डफरा गांव में पेड़ गिरने से 20 वर्षीय नरेंद्र की चपेट में आने से जान चली गई। सिद्धार्थनगर में भी तेज आंधी व बारिश में दीवार गिरने से मासूम बच्ची की मौत हो गई।
बहराइच में शाम छह बजे तक राज्य की सर्वाधिक 33.4 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। यही हाल बस्ती का रहा। बस्ती में करीब चार घंटे लगातार पानी बरसा। बुलन्दशहर, सहारनपुर, बागवत, हापुड़, गाजियाबाद, शाहजहांपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी भारी बारिश हुई। बेमौसम हुई बारिश व तेज आंधी से खेतों में कटी पड़ी धान की फसल को नुकसान पहुंचा। फसल भीगने से किसानों की समस्या बढ़ गई। धान कटाई प्रभावित होने से सरसों व आलू की बुआई भी प्रभावित होगी। मौसम विभाग द्वारा जारी तीन दिन के अलर्ट से ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। वे पकी फसल घर तक लाने को लेकर परेशान हैं। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि इस विक्षोभ का असर अगले दो-तीन दिन तक रहेगा। बादलों की आवाजाही लगी रहेगी । सोमवार को भी बारिश हो सकती है।
कहां कितनी बारिश(मिलीमीटर में)
बहराइच 33.4
बस्ती 31.0
मुजफ्फरनगर 29.0
बरेली 24.8
गोरखपुर 19.4
कानपुर 18.0
मेरठ 11.6
आगरा 10.3