अमरोहा। शिक्षक दंपति द्वारा मुफ्त में राशन उठान के मामले में पूर्ति विभाग ने खाद्यान्न की कीमत का आकलन कर लिया है। इसके तहत दंपती ने कुल 9,058 रुपये का राशन हासिल किया था। डीएसओ ने बीएसए को पत्र भेजा रुपये जमा कराने के लिए कहा है। स्पष्ट कहा कि गरीबों को मिलने वाले राशन को शिक्षक दंपती ने हासिल किया है, जो नियम विरुद्ध है।
शहर के कोट मोहल्ले के रहने वाले शिक्षक दंपती ने पात्र गृहस्थी राशन कार्ड में नाम शामिल करा लिया था। जबकि तीन लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले लोगों का राशन कार्ड नहीं बन सकता है। पति शहर के जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक हैं, जबकि पत्नी जोया ब्लॉक के जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक हैं। खास बात यह है कि पति और पत्नी के नाम दूसरे व्यक्ति के राशन कार्ड में बतौर सदस्य दर्ज हैं। शिक्षक दंपती पर आरोप है कि दो साल तक राशन का उठान करते रहे हैं। उन्होंने कोटेेदार के पास अंगूठे का निशान लगाया था। इसके बाद गेहूं और चावल हासिल किया। मोहल्ले के मनु शर्मा ने मामले की शिकायत डीएम बालकृष्ण त्रिपाठी से की है। डीएसओ पूरन सिंह चौहान ने बताया कि शिक्षक दंपती ने राशन का उठान किया है। शिक्षक दंपति को यह धनराशि पूर्ति विभाग में जमा करनी होगी।